गुजरात के अहमदाबाद में पुलिस ने हिंदू और जैन मंदिरों से मूर्तियाँ और कीमती सामान चुराने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये सभी मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं।
घटना का विवरण:
- गिरफ्तार आरोपी:
- यासीन शेख (32)
- अमीन उर पठान (30)
- अहसामुद्दीन शेख (गिरोह का तीसरा सदस्य, जिसे पश्चिम बंगाल में पकड़ा गया)
- शुरुआत कैसे हुई:
- चोरी का मामला सबसे पहले नवसारी के बिलिमोरा इलाके के एक जैन मंदिर में सामने आया।
- इसके अलावा, गांधीनगर के अदालज थानाक्षेत्र के एक मंदिर में भी मूर्तियों और अन्य कीमती सामान की चोरी हुई।
- अहमदाबाद क्राइम ब्रांच को इन मामलों की जांच के लिए लगाया गया।
- आरोपियों की पहचान:
- जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि यासीन शेख और अमीन उर पठान अहमदाबाद के चंदोला झील के पास बंगाली कॉलोनी में रह रहे थे।
- पूछताछ में दोनों ने अपने तीसरे साथी अहसामुद्दीन का नाम बताया, जो चोरी के बाद ट्रेन से कोलकाता भाग रहा था।
- पुलिस ने पश्चिम बंगाल रेलवे पुलिस से संपर्क कर अहसामुद्दीन को ट्रेन में गिरफ्तार किया।
- बरामदगी और खुलासे:
- आरोपियों के पास से लगभग ₹7 लाख की चोरी का सामान बरामद हुआ।
- इनसे पूछताछ के दौरान पाँच पुराने मामलों का भी खुलासा हुआ, जिनमें अब तक कोई प्रगति नहीं हुई थी।
- पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ पहले से ही 18 मामले दर्ज हैं।
चोरों का तरीका:
- ये गिरोह मंदिरों को निशाना बनाकर मूर्तियाँ और कीमती सामान चुराता था।
- चोरी के सामान को बेचकर यह गिरोह अन्य राज्यों में भाग जाता था।
पुलिस की कार्रवाई:
- क्राइम ब्रांच ने तेजी से काम करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके गिरोह का नेटवर्क उजागर किया।
- पुलिस अब गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों और उनके अपराधों की जांच कर रही है।
इसमें गुजरात के अलग-अलग जगहों में घरों व मंदिरों में की गई चोरी शामिल है। पुलिस को यह भी पता चला कि यासीन और अमीन उर के खिलाफ साल 2013 से 2018 के बीच लगभग 16 केस दर्ज किए गए हैं। इसमें से 10 मुकदमे अमीन उर पठान जबकि 6 केस यासीन शेख पर दर्ज हैं।
क्राइम ब्रांच की पूछताछ में यह भी सामने आया है कि अमीन उर पठान का गिरोह पहले घरों व मंदिरों की रेकी कर के अपने टारगेट सेट करता था। बाद में मौका देख कर यहाँ हाथ साफ कर दिया जाता था। यह भी सामने आया है कि इन्होने कई और जगहों को निशाने पर लिया था लेकिन उससे पहले ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।