प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज पानीपत से शुरू की जा रही “बीमा सखी योजना” महिलाओं के सशक्तिकरण और वित्तीय साक्षरता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के तहत, 10वीं पास महिलाओं को एलआईसी एजेंट के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा और उन्हें तीन वर्षों तक मासिक स्टाइपेंड दिया जाएगा।
- पहला वर्ष: ₹7000 प्रति माह
- दूसरा वर्ष: ₹6000 प्रति माह
- तीसरा वर्ष: ₹5000 प्रति माह
यह योजना 18-70 वर्ष की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए शुरू की गई है।
देशभर की माताओं-बहनों और बेटियों के सशक्तिकरण के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। इसी कड़ी में आज दोपहर बाद करीब 2 बजे हरियाणा के पानीपत में बीमा सखी योजना की शुरुआत का सुअवसर मिलेगा। इस दौरान कई और परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी करूंगा।https://t.co/KcBMt7fFry
— Narendra Modi (@narendramodi) December 9, 2024
100 करोड़ रुपये की शुरुआती फंडिंग
सरकार ने बीमा सखी योजना के लिए 100 करोड़ की शुरुआती फंडिग दी है। इस योजना का मकसद महिलाओं में वित्तीय साक्षरता लाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनना है। बीमा सखी योजना का प्राथमिक उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को नौकरी के अवसर और फिक्स इनकम सुनिश्चित करना है। इससे ग्रामीण आबादी जहां रोजगार के विकल्प सीमित हैं, उन्हें बेहतर जिंदगी मिल पाएगी।
3 सालों के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी
महिलाओं को वित्तीय रूप से साक्षर और मजबूत बनाने के लिए बीमा सखी योजना के तहत तीन साल स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही महिलाओं को तीन साल तक स्टाइफेन भी दिया जाएगा। आपको बता दें कि ट्रेनिंग के बाद 10वीं पास महिलाएं एलआईसी एजेंट के रूप में काम करेंगी। वहीं, ग्रेजुएट बीमा सखियों को LIC में डेवलपमेंट ऑफिसर की भूमिका में काम करने का भी अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भावी बीमा सखियों को नियुक्ति प्रमाण पत्र भी वितरित करेंगे।