लोकसभा के शीतकालीन सत्र में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संविधान पर चर्चा की शुरुआत करते हुए इसे भारतीय लोकतंत्र और राष्ट्र निर्माण की नींव बताया। यह चर्चा संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही है। उन्होंने संविधान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह सिर्फ एक कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि यह राष्ट्र की आकांक्षाओं और विकास का मार्गदर्शक है।
राजनाथ सिंह के प्रमुख बयान:
- संविधान की स्वीकृति:
- “हमने 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया, जो सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक जीवन के सभी पहलुओं को छूता है।”
- उन्होंने इसे लोगों की आकांक्षाओं और उनके अधिकारों का प्रतिबिंब बताया।
- संविधान के 75 वर्ष:
- उन्होंने संविधान को अपनाने के 75 साल पूरे होने पर संसद और देशवासियों को बधाई दी।
- राष्ट्र निर्माण का आधार:
- संविधान को राष्ट्र निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाला और लोकतंत्र को मजबूत करने वाला दस्तावेज कहा।
चर्चा का महत्व:
- यह बहस शनिवार तक चलेगी और इसमें भारतीय राजनीति के कई प्रमुख चेहरे हिस्सा लेंगे।
- भाजपा की तरफ से: 12 से 15 नेता चर्चा में शामिल होंगे।
- कांग्रेस की तरफ से: मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अन्य नेता संविधान पर अपने विचार रखेंगे।
#WATCH | Defence Minister Rajnath Singh initiates the debate on the Constitution in the Lok Sabha
He says, "…We the people of India adopted the Constitution on 26 November 1949…I heartily congratulate this House and all the citizens of the country on the occasion of… pic.twitter.com/m4VtTfVv1G
— ANI (@ANI) December 13, 2024
कुछ लोगों ने संविधान को हाईजैक किया
राजनाथ सिंह ने कहा “पिछले कुछ वर्षों में देश में ऐसा माहौल बनाया गया कि संविधान एक खास वर्ग के लोगों के लिए है। संविधान निर्माण में बहुत से लोगों की भूमिका को जानबूझकर नकार दिया गया। संविधान स्वाधीनता संग्राम के हवनकुंड से निकला हुआ अमृत है। संविधान को कुछ खास लोगों ने हाईजैक कर लिया है। एक पार्टी विशेष द्वारा संविधान निर्माण के कार्य को ‘हाईजैक’ करने की कोशिश की गई है। संविधान ने ही प्रजा को नागरिक बनाया, संविधान एक साथ मिलकर काम करने की शक्ति प्रदान करता है। हमारी सरकार ने संविधान को खुले और सच्चे मन से स्वीकार किया है। संविधान की मूल भावना को ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार ने फैसले लिए हैं। मुझे गौरव की अनुभूति है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से काम कर रही है।”
राहुल-प्रियंका भी बोलेंगे
कांग्रेस को संविधान दिवस पर बहस के लिए 2 घंटे 20 मिनट का समय मिलेगा। कांग्रेस के संसदीय रणनीतिक समूह ने भी संसद के शीतकालीन सत्र और संविधान पर चर्चा को लेकर बातचीत की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा दोनों ही सदन में बोलेंगे। प्रियंका का यह पहला भाषण होगा। कांग्रेस ने दोनों दिनों के लिए सदन में तीन लाइन का व्हिप जारी किया है और अपने सांसदों से दोनों दिन सदन में मौजूद रहने को कहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे राज्यसभा में विपक्ष की ओर से बहस की शुरुआत करेंगे।