प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर पूजा-अर्चना कर 2025 के महाकुंभ के भव्य और दिव्य आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। उनकी यात्रा ने महाकुंभ की तैयारियों को एक नई दिशा दी है, जो भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का सबसे बड़ा प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने 5,700 करोड़ रुपये की 167 परियोजनाओं का लोकार्पण और शुभारंभ किया, जो महाकुंभ को ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बनाने के लिए आवश्यक हैं।
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: Prime Minister Narendra Modi inaugurates various projects for Mahakumbh 2025.
It includes various rail and road projects like 10 new Road Over Bridges (RoBs) or flyovers, permanent Ghats and riverfront roads, among others, to boost… pic.twitter.com/XMTnOdGojF
— ANI (@ANI) December 13, 2024
महाकुंभ 2025 की विशेषताएं और तैयारियां:
- बुनियादी ढांचे का विकास:
- 9 नए घाट: तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाजनक स्नान की व्यवस्था।
- 3000 नई ट्रेनें: देशभर से तीर्थयात्रियों की सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए।
- 300 पार्कों का जीर्णोद्धार और 4000 हेक्टेयर में हरियाली परियोजना।
- स्मार्ट सिटी परियोजनाएं: प्रयागराज के बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने की दिशा में।
- महत्वपूर्ण पूजा स्थल:
- प्रधानमंत्री ने अक्षय वट वृक्ष, हनुमान मंदिर, और सरस्वती कूप में दर्शन और पूजा की।
- संगम तट पर विधिवत अनुष्ठान किया, जो महाकुंभ की पवित्रता और उसके आध्यात्मिक महत्व को दर्शाता है।
- महाकुंभ का ऐतिहासिक महत्व:
- महाकुंभ हर 12 साल में आयोजित होता है और यह विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन है।
- 2019 में यूनेस्को ने महाकुंभ को अमूर्त धरोहर (Intangible Heritage) का दर्जा दिया।
- ऐसा माना जाता है कि संगम में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- प्रधानमंत्री के वक्तव्य:
- उन्होंने महाकुंभ को दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन बताया और कहा कि यह केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से भी भारत का गौरव है।
- उन्होंने कहा कि प्रयागराज की धरती पर “इतिहास रचा जा रहा है।”
- प्रदर्शनी और अन्य आयोजन:
- प्रधानमंत्री ने महाकुंभ प्रदर्शनी स्थल का दौरा किया और आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की।
- यह आयोजन आध्यात्मिकता के साथ-साथ ज्ञान और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का भी अवसर प्रदान करेगा।
महाकुंभ के अनुष्ठान और मान्यताएं:
- पवित्र स्नान के साथ-साथ, भक्त पूजा-अर्चना और संतों के प्रवचनों में भाग लेंगे।
- यह आयोजन भारतीय आध्यात्मिकता, संस्कृति और समाज के संतुलन का प्रतीक है।
#WATCH | Uttar Pradesh: PM Narendra Modi offers prayers at Prayagraj's Lete Hanuman Mandir
(Source: DD News) pic.twitter.com/8TuFz7G8Pu
— ANI (@ANI) December 13, 2024
भविष्य की योजनाएं:
- प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रयागराज में महाकुंभ 2025 को ऐतिहासिक और वैश्विक मंच पर एक विशेष स्थान देने की तैयारी की जा रही है।
- महाकुंभ न केवल भारतीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है, और इन तैयारियों से इसकी भव्यता और अधिक बढ़ेगी।
अगर आप महाकुंभ 2025 की तैयारियों, इसके सांस्कृतिक महत्व, या अन्य पहलुओं पर अधिक जानकारी चाहते हैं, तो बताएं।
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: Prime Minister Narendra Modi says, "I believe that Maha Kumbh is a Maha Yagya of unity…When there were no modern means of communication, then events like Kumbh had prepared the basis for big social changes. Such events send a positive message… pic.twitter.com/tspykFuycu
— ANI (@ANI) December 13, 2024