प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज की पावन धरा पर आगामी महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा लेते हुए धार्मिक और विकासात्मक परियोजनाओं का शुभारंभ किया। संगम नगरी में उन्होंने महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता को बनाए रखने के लिए किए जा रहे प्रयासों को सराहा और स्थानीय प्रशासन, श्रमिकों, सफाईकर्मियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने आज प्रयागराज के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में पूजन एवं दर्शन किए। pic.twitter.com/y4CJ20JhWX
— BJP (@BJP4India) December 13, 2024
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के मुख्य अंश:
- धार्मिक स्थलों का पुनरुद्धार:
- पीएम मोदी ने कहा कि सरकार धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के साथ-साथ उनके विकास पर भी ध्यान दे रही है।
- देश के सभी धार्मिक शहरों को दिव्य और भव्य स्वरूप देने का प्रयास जारी है।
- महाकुंभ की तैयारियों की सराहना:
- उन्होंने संगम की पावन भूमि को नमन करते हुए महाकुंभ में आने वाले साधु-संतों और श्रद्धालुओं को शुभकामनाएँ दीं।
- कर्मचारियों, श्रमिकों और सफाईकर्मियों के योगदान को “महाकुंभ की सफलता के पीछे का आधार” बताया।
- विकास परियोजनाएँ:
- हजारों करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का शुभारंभ किया गया, जो प्रयागराज और महाकुंभ की व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ बनाएँगी।
- इनमें घाटों का पुनर्निर्माण, जल निकासी, सड़कों का विस्तार, परिवहन व्यवस्था, और शहर की सफाई प्रमुख हैं।
- महाकुंभ की महिमा:
- पीएम ने कहा, “महाकुंभ केवल एक धार्मिक मेला नहीं है, यह भारतीय सांस्कृतिक एकता और विरासत का प्रतीक है। इसका आयोजन भारत की आध्यात्मिक शक्ति और सामाजिक समरसता को दर्शाता है।”
महाकुंभ 2025: प्रमुख विशेषताएँ
- आरंभ: 13 जनवरी 2025 (मकर संक्रांति)
- समापन: 26 फरवरी 2025 (महाशिवरात्रि)
- विकास योजनाएँ:
- 9 नए घाटों का निर्माण।
- 3000 नई ट्रेन सेवाओं की शुरुआत।
- 4000 हेक्टेयर में हरित क्षेत्र का विस्तार।
- 300 पार्कों का जीर्णोद्धार।
महत्वपूर्ण पहल:
- स्नान का महत्व:
महाकुंभ में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में स्नान को मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है। - सामाजिक और सांस्कृतिक समागम:
यह आयोजन लाखों श्रद्धालुओं, साधु-संतों और पर्यटकों को एकजुट करता है।
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से महाकुंभ 2025 की तैयारियों को और बल मिला है। यह आयोजन भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक वैभव को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने का एक अनूठा अवसर होगा।
प्रयागराज में संगम की इस पावन भूमि को मैं श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं।
महाकुंभ में पधार रहे सभी साधु-संतों को भी नमन करता हूं।
महाकुंभ को सफल बनाने के लिए दिनरात परिश्रम कर रहे कर्मचारियों का, श्रमिकों और सफाईकर्मियों का मैं विशेष रूप से अभिनंदन करता हूं।
– पीएम… pic.twitter.com/wV7WDcTlYc
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “ये एकता का ऐसा महायज्ञ होगा, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी। मैं इस आयोजन की भव्य और दिव्य सफलता की आप सभी को शुभकामनाएँ देता हूँ।” उन्होंने कहा, “विश्व का इतना बड़ा आयोजन, हर रोज लाखों श्रद्धालुओं के स्वागत और सेवा की तैयारी, लगातार 45 दिनों तक चलने वाला महायज्ञ, एक नया नगर बसाने के महा अभियान के माध्यम से प्रयागराज की इस धरती पर एक नया इतिहास रचा जा रहा है।”
पीएम मोदी ने मंच से कहा, “हमारा भारत पवित्र स्थलों और तीर्थों का देश है। ये गंगा, यमुना, सरस्वती, कावेरी और नर्मदा जैसी अनगिनत पवित्र नदियों का देश है। इन नदियों के प्रवाह की जो पवित्रता है, इन अनेकानेक तीर्थों का जो महत्व है, जो महात्म्य है, उनका संगम, उनका समुच्चय, उनका योग, उनका संयोग, उनका प्रभाव, उनका प्रताप ये प्रयाग है। प्रयाग वो है, जहाँ पग-पग पर पवित्र स्थान हैं, जहाँ पग-पग पर पुण्य क्षेत्र हैं।”
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने आज प्रयागराज में पवित्र संगम पर दर्शन एवं पूजन किया। pic.twitter.com/agAHQ9LYHx
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पीएम मोदी ने प्रयागराज की महिमा का बखान करते हुए कहा, “ये केवल तीन पवित्र नदियों का ही संगम नहीं है। प्रयाग के बारे में कहा गया है : ‘माघ मकरगत रबि जब होई। तीरथपतिहिं आव सब कोई।।’ अर्थात जब सूर्य मकर में प्रवेश करते हैं, सभी दैवीय शक्तियाँ, सभी तीर्थ, सभी ऋषि, महाऋषि प्रयाग में आ जाते हैं। ये वो स्थान जिसके प्रभाव के बिना पुराण पूरे नहीं होते। प्रयागराज वो स्थान है, जिसकी प्रशंसा वेद की ऋचाओं में की गई है।”
ये केवल तीन पवित्र नदियों का ही संगम नहीं है।
प्रयाग के बारे में कहा गया है : 'माघ मकरगत रबि जब होई। तीरथपतिहिं आव सब कोई।।'
अर्थात जब सूर्य मकर में प्रवेश करते हैं, सभी दैवीय शक्तियां, सभी तीर्थ, सभी ऋषि, महाऋषि प्रयाग में आ जाते हैं।
ये वो स्थान जिसके प्रभाव के बिना पुराण… pic.twitter.com/XdkwJIPUOv
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पीएम मोदी ने कहा कि महाकुंभ हजारों वर्ष पहले से चली आ रही हमारे देश की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक यात्रा का पुण्य और जीवंत प्रतीक है। एक ऐसा आयोजन है जहां हर बार धर्म, ज्ञान, भक्ति और कला का दिव्य समागम होता है। उन्होंने कहा, “किसी बाहरी व्यवस्था के बजाय कुंभ, मनुष्य के अंतर्मन की चेतना का नाम है। ये चेतना स्वतः जागृत होती है। यही चेतना भारत के कोने-कोने से लोगों को संगम के तट तक खींच लाती है।”
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: Prime Minister Narendra Modi says, "I believe that Maha Kumbh is a Maha Yagya of unity…When there were no modern means of communication, then events like Kumbh had prepared the basis for big social changes. Such events send a positive message… pic.twitter.com/tspykFuycu
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “गाँवों, कस्बों, शहरों से लोग प्रयागराज की ओर निकल पड़ते हैं। सामुहिकता की ऐसी शक्ति, ऐसा समागम शायद ही कहीं ओर देखने को मिले। यहाँ आकर संत-महंत, ऋषि-मुनि, ज्ञानी-विद्वान, सामान्य मानवी सब एक हो जाते हैं, सब एक साथ त्रिवेणी में डुबकी लगाते हैं। यहां जातियों का भेद खत्म हो जाता है, सम्प्रदायों का टकराव मिट जाता है। करोड़ों लोग एक ध्येय, एक विचार से जुड़ जाते हैं।”
पीएम मोदी ने कहा, “कुंभ जैसे भव्य और दिव्य आयोजन को सफल बनाने में स्वच्छता की बहुत बड़ी भूमिका है। महाकुंभ की तैयारियों के लिए नमामि गंगे कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ाया गया है, प्रयागराज शहर के सैनिटेशन और वेस्ट मैनेजमेंट पर फोकस किया गया है। लोगों को जागरूक करने के लिए गंगादूत, गंगा प्रहरी और गंगा मित्रों की नियुक्ति की गई है। इस बार 15 हजार से ज्यादा मेरे सफाईकर्मी भाई-बहन कुंभ की स्वच्छता को संभालने वाले हैं। मैं आज कुंभ की तैयारी में जुटे अपने सफाईकर्मी भाई-बहनों का अग्रिम आभार भी व्यक्त करता हूँ।”
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: Prime Minister Narendra Modi says, "…Over 15,000 sanitation workers will take care of the cleanliness during the Maha Kumbh. Today, I want to thank them in advance. The purity, spirituality which people will witness here during the Maha Kumbh,… pic.twitter.com/3jptrmAtzc
— ANI (@ANI) December 13, 2024
इस दौरान पीएम मोदी ने प्रयागराज में लेटे हुए हनुमान जी के भी दर्शन किए। पीएम मोदी ने यहाँ महाकुंभ मेला की तैयारियों का जायजा लेने के साथ ही हनुमान कॉरिडोर और अक्षयवट कॉरिडोर के विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। इस दौरान पीएम मोदी ने प्रयागराज में 5,500 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात भी दी।