हाल ही में लांच हुए बेटिंग ऐप Magicwin को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. इस मैजिक ऐप का विज्ञान बड़े और छोटे पर्दे के कई सितारे कर रहे थे. अब इस ऐप का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ED भी मामले की जांच में कूद पड़ी है. ईडी द्वारा की गई अब तक की जांच में पता चला है कि इस ऐप के जरिए होने वाली कमाई को बिटकॉइन में इंवेस्ट किया जाता था. इसके बाद बिटकॉइन को इनकैश कर पूरी रकम हवाला के जरिए दुबई के रास्ते पाकिस्तान भेजी जाती थी.
ईडी के सूत्रों के मुताबिक विज्ञापनों में दावा किया जाता था कि मैजिकविन एक गेमिंग ऐप है, लेकिन जांच के दौरान पाया गया है कि इस ऐप पर शुद्ध रूप से सट्टेबाजी होती थी. बल्कि इस ऐप पर उस तरह का जुआ खिलाया जाता था, जो आमतौर पर फिलीपींस आदि देशों में होता है. इस ऐप की जांच के दौरान पाया गया है कि इसके फाउंडर पाकिस्तानी हैं और दुबई में बैठे कुछ भारतीय नागरिकों की मदद से इसे ऑपरेट किया जाता था. दुबई में बैठकर इस ऐप के दर्जन भर सोशल मीडिया एकाउंट को भी ऑपरेट किया जा रहा था.
पाकिस्तानी कनेक्शन का खुलासा
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, मैजिकविन ऐप का मालिक एक पाकिस्तानी नागरिक है। इसके संचालन में पाकिस्तान से दुबई होते हुए भारत में पैसे भेजे गए थे। ED की जांच में यह पहली बार सामने आया है कि इस मामले में पाकिस्तानी कनेक्शन शामिल है। जांच एजेंसी ने पिछले छह महीनों में 67 स्थानों पर छापेमारी की है, और यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय सट्टेबाजी नेटवर्क से जुड़ता दिख रहा है।
छापेमारी और कार्रवाई
इस मामले की गंभीरता को समझते हुए ED ने कई प्रमुख शहरों में छापेमारी की है। हाल ही में, दिल्ली, मुंबई और पुणे में इस ऐप से जुड़ी गतिविधियों के 21 ठिकानों पर छापे मारे गए। इस कार्रवाई के दौरान 3.55 करोड़ रुपये किए गए। ED ने इस मामले में पिछले कुछ महीनों में लगातार छापेमारी की है और यह कार्रवाई अब तक की सबसे बड़ी जांचों में से एक मानी जा रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि मैजिकविन ऐप का प्रचार करने में भारत की कई प्रसिद्ध हस्तियां शामिल थीं। इनमें छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे तक की जानी-मानी सेलेब्रिटीज शामिल थे। इस बारे में सूत्रों का कहना है कि ED ने मल्लिका शेरावत और पूजा बनर्जी से पहले ही पूछताछ की है। इसके अलावा, आगामी दिनों में दो और सेलेब्रिटीज से पूछताछ की योजना है। अगले सप्ताह ED कम से कम सात और सेलेब्रिटीज को तलब कर सकती है।
यह जांच इस बात को उजागर करती है कि कैसे बड़े-बड़े नाम सट्टेबाजी जैसे अवैध कारोबार को प्रमोट कर रहे हैं, जो न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि सार्वजनिक जीवन में इन हस्तियों की छवि पर भी नकारात्मक असर डालता है। जांचकर्ताओं ने पाया कि मैजिकविन को एक गेमिंग वेबसाइट के रूप में पेश किया गया था, जबकि असल में यह एक सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है। सूत्रों के मुताबिक, इस वेबसाइट के गेम एपीआई को अन्य स्थानों से कॉपी किया गया था और उसे इस ऐप पर प्रसारित किया गया था। इसे दुबई में रह रहे भारतीय नागरिक चला रहे थे, जो इस सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के संचालक थे।
21 ठिकानों पर हुई छापेमारी
ईडी ने इस मामले में magicwin एप से जुड़े लोगों के दिल्ली, मुंबई और पुणे स्थित 21 ठिकानों पर छापेमारी की है. इस दौरान ईडी ने 3.55 करोड़ रुपये जब्त भी किए हैं. इसके बाद ED ने ऐप से जुड़े लोगों के खिलाफ फ्रेश मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. ईडी सूत्रों के मुताबिक खिलाड़ियों और सट्टेबाजों के द्वारा इस ऐप जमा रकम को अलग अलग शेल कंपनियों और फर्जी बैंक खातों के जरिए रूट किया जाता था. इसके अलावा रकम कई खिलाड़ियों को डोमेस्टिक मनी ट्रांसफर के जरिए भी भेजी गई है.