कानपुर के भौंती कस्बे में 17 साल के एक किशोर ने अपने माता-पिता के ईसाई धर्म अपनाने से आहत होकर घर छोड़ दिया। घटना का पता तब चला जब किशोर के परिजनों ने उसके लापता होने पर अपहरण का मामला दर्ज कराया। जाँच के दौरान पुलिस को घर से एक पत्र मिला जिसमें किशोर ने अपना दर्द बयाँ किया है।
माँ-बाप के मतांतरण से नाराज बेटे ने छोड़ा घर
स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, घर छोड़ते समय किशोर ने एक पत्र लिखकर छोड़ा था, जिसमें लिखा था- “मम्मी-पापा, आपने धर्म बदलकर सब कुछ पा लिया, लेकिन मुझे खो दिया। मैं इस धर्म में नहीं रह सकता।” यह पत्र पुलिस की जाँच में सामने आया, जिससे स्पष्ट हुआ कि किशोर अपने माता-पिता के धर्म परिवर्तन से बेहद परेशान था।
मोहल्ले के लोगों के अनुसार, परिवार ने करीब तीन महीने पहले ईसाई धर्म अपनाया था। हालाँकि माता-पिता ने इस पर कोई बयान नहीं दिया। परिवार मूल रूप से जौनपुर के मड़ियावा क्षेत्र का रहने वाला है और भौंती कस्बे में किराए के मकान में रहता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 14 दिसंबर की सुबह चार बजे किशोर घर से स्कूल का खाली बैग और जैकेट लेकर चला गया। उसके पिता ठेले पर कपड़े बेचते हैं और परिवार में उसकी माँ और 13 साल का छोटा भाई भी है। परिवार ने 16 दिसंबर को अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
जाँच के दौरान पुलिस को किशोर का लिखा हुआ पत्र मिला। एसीपी पनकी शिखर ने बताया कि किशोर के पत्र में किसी धर्म का नाम नहीं लिखा गया है, लेकिन जाँच में यह पुष्टि हुई है कि माता-पिता ने ईसाई धर्म अपनाया है। पुलिस किशोर की तलाश में जुटी है।
यूपी में धर्मांतरण को लेकर पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं, जहाँ प्रलोभन देकर धर्म बदलवाया गया। किशोर के पत्र ने इस घटना को और भावुक बना दिया है। उसने साफ शब्दों में लिखा कि वह ईसाई धर्म में खुद को असहज महसूस करता है और इसीलिए घर छोड़ने का फैसला किया। हालाँकि पुलिस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है, लेकिन किशोर की सुरक्षित वापसी अब भी सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।