पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग लेने वाला और जम्मू-कश्मीर में 2011 में एक मौलाना की हत्या में वांछित आतंकी जावेद मुंशी को पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग इलाके से गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी जम्मू-कश्मीर पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में हुई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-उल-मुजाहिदीन (TuM) का सदस्य जावेद मुंशी शॉल विक्रेता के तौर पर कैनिंग पहुँचा था। वह नदी के रास्ते से बांग्लादेश भागने की फिराक में था। पुलिस ने बताया कि हथियारों और विस्फोटक बनाने का विशेषज्ञ जावेद मुंशी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के निर्देशों पर काम कर रहा था।
पुलिस ने रविवार (22 दिसंबर 2024) को जावेद मुंशी को गुलशन हाउस नाम के किराए के मकान से पकड़ा, जहाँ वह अपनी रिश्तेदार तबस्सुम बीवी और उसके शौहर गोलाम मोहम्मद के साथ रह रहा था। तबस्सुम ने बताया कि मुंशी उसकी बहन का शौहर है और वह पिछले 25 वर्षों से उनके परिवार का हिस्सा है।
मुंशी को कोलकाता की अलीपुर अदालत में पेश किया गया, जहाँ अदालत ने उसे जम्मू-कश्मीर पुलिस को ट्रांजिट रिमांड पर सौंप दिया। अब उसे श्रीनगर ले जाकर पूछताछ की जाएगी और उस पर UAPA के तहत मामला दर्ज होगा।
#WATCH | West Bengal | Javed Munshi, suspected to be a member of the outlawed 'Tehreek-e-Mujahideen' outfit in Kashmir was apprehended in a joint operation by J&K police and West Bengal STF in South 24 Parganas, produced before the Alipore court pic.twitter.com/dd2XSXD8si
— ANI (@ANI) December 22, 2024
जाँच में पता चला कि जावेद मुंशी ने पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश की कई यात्राएँ की हैं और इसमें उसने फर्जी पाकिस्तानी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया। वह पहले भी कई बार आतंकी गतिविधियों के चलते जेल जा चुका है।
बता दें कि 2011 में श्रीनगर में अहल-ए-हदीस के नेता शोकत अहमद शाह की हत्या में उसका नाम सामने आया था। उस समय एक साइकिल में लगे आईईडी विस्फोट में शाह की जान गई थी। इस घटना के बाद से ही वह फरार चल रहा था।
STF के अधिकारियों ने बताया कि मुंशी बांग्लादेश भागने की तैयारी कर रहा था, लेकिन कश्मीर पुलिस से मिली सटीक सूचना के आधार पर उसे समय रहते गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी राहत दी है।