प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो रही है, और कोमल प्रसाद साहू का अनुभव इस योजना की प्रभावशीलता को दर्शाता है। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करना है, जिससे वे अपने स्वास्थ्य की चिंता के बिना इलाज करवा सकें।
लाभार्थी अनुभव:
- 72 वर्षीय कोमल प्रसाद साहू, जबलपुर निवासी, आंबेडकर वार्ड के रामनगर इलाके के निवासी हैं। उन्हें अचानक स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ा।
- आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद आयुष्मान कार्ड के जरिए उन्हें मुफ्त इलाज मिला।
- स्थानीय विधायक और पार्षद की मदद से उनका आयुष्मान कार्ड बन सका।
- उनके बेटे ने भी इस योजना के लिए आभार जताया, क्योंकि परिवार की आर्थिक स्थिति इलाज का खर्च वहन करने में सक्षम नहीं थी।
योजना की प्रमुख विशेषताएं:
- वर्ष 2018 में शुरू की गई इस योजना के तहत:
- गरीब परिवार सालाना ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज प्राप्त कर सकते हैं।
- योजना में 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग भी शामिल हैं।
- देश के किसी भी पंजीकृत अस्पताल में लाभार्थी इलाज करा सकते हैं।
- योजना के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में भी पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं, ताकि सभी को योजना का लाभ मिल सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहल स्वास्थ्य सेवाओं को सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से एक सराहनीय प्रयास है।