बिहार के दियारा क्षेत्र में लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों और वर्चस्व की लड़ाई ने कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती खड़ी की है। दियारा क्षेत्र, जो अपनी उपजाऊ भूमि और फसलों से होने वाली आय के लिए जाना जाता है, आपराधिक गिरोहों का गढ़ बन गया है।
कटिहार दियारा नरसंहार और गिरफ्तारी का विवरण:
- 2022 का सामूहिक नरसंहार:
- कटिहार जिले के दियारा में सात लोगों की सामूहिक हत्या की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया था।
- यह हत्या आपसी वर्चस्व और फसल से जुड़ी कमाई के विवाद का नतीजा थी।
- मुख्य आरोपी संजय ठाकुर की गिरफ्तारी:
- संजय ठाकुर, जो इस नरसंहार का मुख्य आरोपी था, लंबे समय से फरार चल रहा था।
- बिहार पुलिस ने उस पर ₹2 लाख का इनाम घोषित कर रखा था।
- पुलिस की विशेष छापेमारी टीम ने गहन आसूचना और निगरानी के बाद उसे गिरफ्तार किया।
- अन्य अपराधों में संलिप्तता:
- संजय ठाकुर पर नरसंहार के अलावा कई अन्य आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।
- उसके गिरोह की दियारा क्षेत्र में व्यापक सक्रियता रही है, जिसमें फसल लूटपाट, हत्या, और भय फैलाना शामिल है।
- पुलिस की कार्रवाई:
- एसपी वैभव शर्मा की नेतृत्व में बनाई गई विशेष टीम ने इस मामले को प्राथमिकता दी।
- लगातार छापेमारी और स्थानीय खुफिया नेटवर्क का उपयोग करके संजय ठाकुर को पकड़ा गया।
- इसके पहले मोहना ठाकुर सहित अन्य आरोपी भी गिरफ्तार किए गए थे।
दियारा क्षेत्र की समस्या:
- आपराधिक गिरोहों का वर्चस्व:
दियारा क्षेत्र की भूमि की उपजाऊ क्षमता और यहां फसल से होने वाली आय ने इसे अपराधियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना दिया है। - पुलिस के लिए चुनौती:
नदी और दुर्गम भौगोलिक स्थिति के कारण दियारा क्षेत्र में अपराध पर नियंत्रण पाना हमेशा कठिन रहा है। - स्थानीय लोगों का जीवन:
अपराध और वर्चस्व की इस लड़ाई के कारण दियारा क्षेत्र के किसान और स्थानीय लोग निरंतर असुरक्षा में जी रहे हैं।
2 लाख का इनामी अपराधी
इसके साथ ही इस केस में फरार बाकी अभियुक्तों के खिलाफ आसूचना संकलन कर लगातार छापेमारी जारी है. इसी क्रम में स्पेशल टास्क फोर्स की संयुक्त छापामारी में मोहना ठाकुर के गिरोह के कुख्यात अपराधी संजय ठाकुर, पिता सुदामा ठाकुर, साकिन मोहना चांदपुर, थाना बरारी सेमापुर कटिहार और मुंगेर जिले से गिरफ्तार किया गया है, जो 2 लाख रुपये का इनामी हैं.
किसान दियारा में करें खेती
कटिहार एसपी वैभव शर्मा ने कहा कि दियारा क्षेत्र में लगातार कटिहार पुलिस किसानों को बिना डरे अपनी फसल उगाने और फसल की कटाई शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए समय-समय पर इलाके में एरिया डोमिनेशन करते आ रही है. यह अभियान लगातार उक्त दियारा इलाके में जारी रहेगा. इसके अलावा दियारा इलाके के सीमावर्ती जिले की पुलिस से भी समन्वय स्थापित कर समय-समय पर आसूचना संकलन करते हुए छापामारी की जाती रही है. कुख्यात मोहना और उसके गैंग की गिरफ्तारी के बाद गांव बकिया सुखाय से लेकर दियारा और मोहना चांदपुर तक के आम लोगों में शांति व्याप्त हुई है.
14 हत्या करने वाला संजय
पकड़ा गया आरोपी संजय ठाकुर, मोहना ठाकुर का भाई है. मोहना के जेल जाने के बाद गिरोह की कमान इसी ने संभाली हुई थी. इसके ऊपर कटिहार, भागलपुर में 14 हत्या, 10 आर्म्स एक्ट, अपहरण, लूट, डकैती, रंगदारी जैसे आपराधिक मामले दर्ज है. बरारी के बकिया दियारा में गंगा नदी में कई खेत विलीन होते रहे हैं. कई सालों के बाद नदी की धारा जब बदल जाती है तो यह जमीन खेती लायक हो जाती है. जमीन ज्यादातर सरकारी ही होती है. इसी जमीन को हथियाने के लिए आपराधिक गुटों के बीच बंदूक गरजती रहती हैं.
7 लोगों की गोली मारकर हत्या
मोहना ठाकुर के गिरोह में भी करीब 2 दर्जन लोग हैं, जिनके पास आधुनिक हथियार हैं. मोहना ठाकुर खुद 40 बीघा जमीन पर खेती करता है. इसके ऊपर भी करीब 30 से ज्यादा हत्या के मामले दर्ज हैं. मोहना का गिरोह किसानों से लेवी वसूलता है, जो लेवी नहीं देता है. उस किसान की फसल यह गिरोह लूट लेता है. 2022 में मोहना ने सुनील यादव गिरोह के 7 लोगों को गोली मारकर सामूहिक नरसंहार कर दिया था. इसके बाद शव को गंगा नदी में फेंक दिया था. इस बार फिर दियारा में मक्के की फसल लग चुकी हैं.