सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस, सपा समेत दूसरे विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला. उन्होंने विपक्ष पर बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया. सीएम योगी ने कहा कि भारत के संविधान निर्माण में बाबा साहब का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है, वो भारत माता के महान सपूत थे. उन्होंने यह भी कहा कि गृहमंत्री अमित शाह जी के छोटे से बयान को काटकर गलतफहमी पैदा की जा रही है. गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ का ये बयान ऐसे समय आया, जब बसपा पूरे देश में गृहमंत्री के बयान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रही है. सीएम योगी ने कहा- भारत के संविधान शिल्पी के रूप में हर भारतवासी बाबा साहब के लिए श्रद्धा भाव रखता है.
बाबा साहब के सपने का भारत बनाने के लिए भाजपा ने सदैव प्रतिबद्धता से कार्य किया है. बकौल सीएम योगी- अटल जी की सरकार हो या मोदी जी की सरकार, दोनों सरकारों ने बाबा साहब को सम्मान दिया, उनके भाव को प्रतिनिधित्व दिया. बाबा साहब का जन्म जिस मध्य प्रदेश के महू में हुआ था वहां तत्कालीन भाजपा सरकार ने स्मारक बनवाया था. इसका उद्घाटन अटल जी ने किया था.
इतना ही नहीं दिल्ली में आंबेडकर सेंटर की भूमि स्व. चंद्रशेखर जी ने दिया था, वहां आंबेडकर सेंटर मोदी जी ने बनवाया, मुंबई से लेकर लंदन तक बाबा साहब की पहचान को सुरक्षित रखने का काम भाजपा ने किया है. बाबा साहब से जुड़े पंच तीर्थ भी भाजपा ने बनवाया है. आज मोदी जी के नेतृत्व में जो योजनाएं चल रही है वो सब बाबा साहब के सपनों के मुताबिक हैं.
योगी का कांग्रेस-सपा पर निशाना
सीएम योगी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि नेहरू नहीं चाहते थे कि बाबा साहब संविधान सभा का हिस्सा बने. ये बात कौन नहीं जानता. गांधी जी के हस्तक्षेप के बाद उन्हें ड्राफ्टिंग कमेटी का चेयरमैन बनाया गया. आखिर कौन नहीं जानता कि बाबा साहब को 1952 और 1954 के उपचुनाव में कांग्रेस ने पराजित करवाया था. पंडित नेहरू वहां बाबा साहब के खिलाफ प्रचार करने गए थे. उनके सहयोगी नारायण काजोलकर को तोड़कर बाबा साहब के खिलाफ चुनाव लड़वाया था. कांग्रेस ने कहीं बाबा साहब का स्मारक नहीं बनने दिया. जबकि, भाजपा सरकार ने पंचतीर्थ का निर्माण करवाया.
बाबा साहब ने जब कांग्रेस से इस्तीफा दिया तो उन्हें सदन में नहीं बोलने दिया गया. बाबा साहब ने कहा था कि कांग्रेस को दलितों वंचितों की चिंता नहीं थी उन्हें सिर्फ मुसलमान की चिंता थी. याद करिए यूपीए की सरकार में कांग्रेस ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक़ अल्पसंख्यकों का उन्होंने ये नहीं कहा था कि वंचितों दलितों का है. सीएम योगी ने आगे कहा कि अखिलेश यादव ने कन्नौज में बाबा साहब के नाम पर बने मेडिकल कॉलेज का नाम हटा दिया था. सभी जनपदों से दलित पुरोधाओं के नाम हटाए गए. और अब आदरणीय गृह मंत्री के बयान को आधा-अधूरा काटकर भ्रमित किया जा रहा है. अपनी राजनीतिक रोटियां सेकी जा रही है. ये सब देश देख रहा है.
कांग्रेस नहीं चाहती थी कि बाबासाहेब सांसद बनें या दलितों की आवाज बनें: सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि देश की आजादी आंदोलन में संविधान निर्माण और स्वतंत्र भारत में बाबासाहेब अंबेडकर का बड़ा योगदान रहा। केंद्र में अटल की सरकार हो या नरेंद्र मोदी की सरकार, अंबेडकर को पूरा सम्मान दिया। नेहरू नहीं चाहते थे कि बाबासाहेब अंबेडकर संविधान सभा का हिस्सा बनें। यूपीए की सरकार थी तो एक कार्टून किताबों में था, जिसमें बाबासाहेब अंबेडकर को कोड़े मारते दिखाया गया था। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि बाबासाहेब सांसद बनें, दलितों की आवाज बनें। कांग्रेस ने अंबेडकर के स्मारक नहीं बनने दिए, बाबासाहेब के स्मारक वाजपेयी और मोदी सरकार में बने।
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस कहती थी कि संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है। अखिलेश ने कहा था कि स्मारक तुड़वा देंगे। अखिलेश ने अंबेडकर मेडिकल कॉलेज का नाम भी बदला। कांग्रेस और सपा देश की जनता से माफी मांगें।