गुजरात में सुशासन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में अनेक नागरिक-केंद्रित पहलों को लागू किया गया है। इनमें सीएम डैशबोर्ड और प्रगति- G पोर्टल (Pro-Active Governance and Timely Implementation in Gujarat) जैसी पहलें राज्य में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए मील का पत्थर साबित हुई हैं।
सीएम डैशबोर्ड:
- यह एक आधुनिक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है जो राज्य की विकास परियोजनाओं और सार्वजनिक सेवाओं की वास्तविक समय में निगरानी और प्रबंधन में मदद करता है।
- इसके माध्यम से मुख्यमंत्री सीधे तौर पर विभिन्न सरकारी योजनाओं और परियोजनाओं की प्रगति पर नजर रखते हैं और किसी भी मुद्दे का समय पर समाधान सुनिश्चित करते हैं।
प्रगति- G पोर्टल और प्रोजेक्ट सेतु:
- मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने 2023 में सुशासन दिवस के अवसर पर प्रोजेक्ट सेतु मोड्यूल को लॉन्च किया था।
- यह प्रगति- G पोर्टल का एक अभिन्न हिस्सा है, जो समयबद्ध परियोजनाओं के क्रियान्वयन और सरकारी विभागों के समन्वय को मजबूत बनाने के लिए डिजाइन किया गया है।
- प्रोजेक्ट सेतु का उद्देश्य सरकारी एजेंसियों, विभागों, और नागरिकों के बीच संवाद और सहयोग के एक पुल का निर्माण करना है।
प्रोजेक्ट सेतु की प्रमुख उपलब्धियां (2023-2024):
- समयबद्ध क्रियान्वयन:
- इस पोर्टल के माध्यम से राज्य की विकास परियोजनाओं की प्रगति पर रीयल-टाइम अपडेट्स प्राप्त होती हैं, जिससे उनकी समयसीमा में पूर्णता सुनिश्चित हुई।
- विभागीय समन्वय:
- विभिन्न विभागों और एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया गया, जिससे प्रक्रियाओं में तेजी आई और परियोजनाओं में देरी कम हुई।
- पारदर्शिता:
- नागरिकों को परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी प्रदान करके पारदर्शिता सुनिश्चित की गई।
- जवाबदेही:
- प्रत्येक विभाग और अधिकारी को अपनी परियोजनाओं और सेवाओं के लिए जवाबदेह बनाया गया।
प्रोजेक्ट सेतु के एक वर्ष पूरे होने का महत्व:
- “एक साल, कई उपलब्धियां”: प्रोजेक्ट सेतु ने नागरिक सेवाओं और परियोजना प्रबंधन में सुधार की दिशा में कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं।
- अगले चरण की योजना:
- 2024 में प्रोजेक्ट सेतु के अंतर्गत और अधिक सेवाओं और परियोजनाओं को जोड़ने की योजना है।
- नागरिक जुड़ाव बढ़ाने और डिजिटल टूल्स का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने पर जोर दिया जाएगा।
क्या है सीएम डैशबोर्ड के प्रगति- G पोर्टल का “प्रोजेक्ट सेतु” मोड्यूल
राज्य के विभिन्न विभागों के तहत चल रही परियोजनाओं को समय से पूरा करने और उन परियोजनाओं के अमलीकरण में आ रही समस्याओं के त्वरित निवारण के लिए मुख्यमंत्री के स्तर की निगरानी प्रणाली के तौर पर सीएम डैशबोर्ड के प्रगति- G पोर्टल के अंतर्गत प्रोजेक्ट सेतु मॉड्यूल को लॉन्च किया गया। इस मॉड्यूल के तहत मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अधिकारी स्वयं राज्य की विभिन्न परियोजनाओं की माइक्रो-लेवल मॉनिटरिंग करते हैं। इसके लिए प्रोजक्ट्स के मुद्दों को 10 से अधिक श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है और इसी को आधार बनाकर उनकी विस्तृत समीक्षा की जाती है।
पेपरलेस समीक्षा प्रक्रिया के तहत ₹78,000 करोड़ की परियोजनाओं की गहन समीक्षा
गुजरात सरकार के ‘प्रोजेक्ट सेतु’ ने सिर्फ 1 साल की छोटी सी कार्य अवधि में ₹78,000 करोड़ की लागत वाली 380 महत्वपूर्ण परियोजनाओं की गहन समीक्षा कर एक नई मिसाल पेश की है। इस प्रक्रिया के तहत 327 मुद्दे सामने आए इसमें 193 समस्याओं का सफल समाधान किया गया, जो लगभग 60% की प्रभावशाली सफलता दर को दर्शाता है। इन समस्याओं के त्वरित समाधान मिलने से इन परियोजनाओं के समय से पूरा होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। इतना ही नहीं, ‘प्रोजेक्ट सेतु’ मॉड्यूल के अंतर्गत विभिन्न विभागों की छोटी-बड़ी परियोजनाओं की रिव्यू मीटिंग की सुविधा ने राज्य सरकार की समीक्षा प्रक्रिया को पूरी तरह से पेपरलेस भी बना दिया है। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ी है, बल्कि निर्णय लेने की प्रक्रिया भी तेज हो गई है।
क्या है सीएम डैशबोर्ड का प्रगति- G पोर्टल
प्रगति- G पोर्टल यानी Pro-Active Governance and Timely Implementation in Gujarat के तहत 5 करोड़ से अधिक लागत वाले प्रोजेक्ट्स की निगरानी की जाती है। इस पोर्टल के अंतर्गत अब तक 7,812 प्रोजेक्ट्स से अधिक परियोजनाएँ रजिस्टर्ड हो चुकी हैं। इतना ही नहीं, इनमें से 3,753 प्रोजेक्ट्स यानी कि 48% परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा भी किया जा चुका है, जबकि अन्य प्रोजेक्ट्स विभिन्न चरणों पर काम जारी है। गुजरात सरकार की प्रगति-G पोर्टल और प्रोजेक्ट सेतु पहल न केवल प्रभावी निगरानी और समयबद्ध क्रियान्वयन को सुनिश्चित करती है, बल्कि राज्य में पारदर्शी और जवाबदेह गवर्नेंस का उत्कृष्ट उदाहरण भी प्रस्तुत करती है। ‘प्रोजेक्ट सेतु’ के जरिए गुजरात सरकार ने तेजी से मुद्दों के समाधान, अंतरविभागीय समन्वय और विकास कार्यों में तेजी को साकार किया है। ‘प्रोजेक्ट सेतु’ की यह सफलता न केवल परियोजनाओं को गति प्रदान कर रही है, बल्कि गुजरात के विकास मॉडल को और सुशासन युक्त बना रही है।