दिल्ली एयरपोर्ट ने बुधवार अल सुबह यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. उसने कहा है कि कोहरे के कारण कैटेगरी III (CAT III) का अनुपालन न करने वाली फ्लाइटों में व्यवधान आ सकता है. एयरपोर्ट ने यात्रियों से अपील है कि वे उड़ानों की स्थिति के बारे में नए अपडेट की जानकारी के लिए अपनी संबंधित एयरलाइनों से संपर्क करें.
एयपोर्ट ने अपनी एडवाइजरी में कहा, ‘दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग और टेकऑफ जारी है, कैट III का अनुपालन नहीं करने वाली फ्लाइट प्रभावित हो सकती हैं.’
CAT III (Category III) तकनीक का उपयोग हवाई अड्डों और विमानों के लिए किया जाता है ताकि कम दृश्यता (low visibility) वाली स्थितियों में भी सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित की जा सके। इसे मुख्य रूप से Instrument Landing System (ILS) के तहत परिभाषित किया गया है, जो रेडियो सिग्नल और लाइटिंग सिस्टम का उपयोग करके विमानों को रनवे तक मार्गदर्शन प्रदान करता है। CAT III के अलग-अलग उप-स्तर होते हैं:
- CAT IIIA: इसमें विमान न्यूनतम 50 मीटर की रनवे दृश्यता (Runway Visual Range – RVR) पर उतर सकता है।
- CAT IIIB: इसमें न्यूनतम 15-50 मीटर की दृश्यता की आवश्यकता होती है।
- CAT IIIC: यह पूर्ण रूप से ऑटोमैटिक लैंडिंग की अनुमति देता है और पायलट को कोई दृश्यता आवश्यक नहीं होती।
CAT III की आवश्यकता क्यों है?
- घना कोहरा: जब दृश्यता अत्यधिक कम हो (50 मीटर से भी कम), तब यह तकनीक पायलट को सटीक मार्गदर्शन देती है।
- सुरक्षित लैंडिंग: रेडियो सिग्नल और लाइटिंग की मदद से विमान को रनवे पर सटीक स्थिति में लाने में मदद मिलती है।
- ऑटोमैटिक लैंडिंग: यह प्रणाली विमान को ऑटोमैटिक तरीके से लैंड कराने में सक्षम बनाती है, जिससे खराब मौसम में भी विमान उड़ान भर सकता है या उतर सकता है।
पायलट और एयरपोर्ट के लिए CAT III अनुपालन:
- पायलट को CAT III तकनीक का उपयोग करने के लिए विशेष प्रशिक्षण और प्रमाणन की आवश्यकता होती है।
- हवाई अड्डे को इस प्रणाली के लिए आवश्यक उपकरण जैसे ILS और उच्च-तीव्रता वाली लाइटिंग इंस्टॉल करनी होती है।
दिल्ली में मौजूदा मौसम की स्थिति:
दिल्ली में आज सुबह हल्के कोहरे और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के साथ ठंड बढ़ी है। घने कोहरे के कारण विमानन सेवाओं पर असर पड़ सकता है। ऐसे में CAT III तकनीक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
प्रदूषण और ठंड: मौसम के साथ-साथ प्रदूषण स्तर भी बढ़ रहा है, जिससे सांस संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। सरकार को प्रदूषण नियंत्रण के लिए कदम उठाने की जरूरत है, जैसे सड़कों पर धूल कम करना, वाहनों का उत्सर्जन नियंत्रण, और औद्योगिक प्रदूषण पर निगरानी।
Delhi Airport issues advisory.
Flights that are not CAT III compliant may get affected and the passengers are requested to contact the airline for updated flight information: Delhi Airport pic.twitter.com/TsVXcZc6cl
— ANI (@ANI) December 25, 2024
रैन बसरों में लोग ले रहे हैं शरण
दिल्ली में तापमान लगातार सिंगल डिजिट में बना हुआ है, इसलिए बेघर लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है और वे राष्ट्रीय राजधानी में सरकार की ओर से बनाए गए रैन बसेरों में शरण ले रहे हैं. मंगलवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा, जिससे रैन बसेरों की जरूरत बढ़ गई, जहां बेघर लोगों को कड़ाके की ठंड से राहत मिली है. बीती शाम दिल्ली के कई इलाकों में बारिश हुई है, जिससे ठिठुरन और बढ़ गई है.