उत्तराखंड उच्च न्यायालय के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति गुहानाथन नरेंद्र ने बृहस्पतिवार को शपथ ग्रहण की. यह कार्यक्रम देहरादून के राजभवन में आयोजित हुआ, जहां राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई.
न्यायमूर्ति नरेंद्र को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 23 दिसंबर को उत्तराखंड उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया था. उन्होंने न्यायमूर्ति ऋतु बाहरी का स्थान लिया, जो इसी साल 10 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हुई थीं. उनकी सेवानिवृत्ति के बाद वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज तिवारी ने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का दायित्व संभाला था.
राजभवन (देहरादून) में माननीय राज्यपाल @LtGenGurmit जी (से.नि.) की गरिमामयी उपस्थिति में नवनियुक्त माननीय मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, नैनीताल न्यायमूर्ति श्री गुहानाथन नरेंद्र जी के शपथ ग्रहण समारोह में सम्मिलित हुआ।
इस अवसर पर उन्हें उज्ज्वल एवं सफल कार्यकाल के लिए… pic.twitter.com/8EAvUojfDR
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 26, 2024
न्यायमूर्ति गुहानाथन नरेंद्र एक अनुभवी न्यायाधीश हैं. उत्तराखंड उच्च न्यायालय में नियुक्ति से पहले उन्होंने आंध्र प्रदेश और कर्नाटक उच्च न्यायालयों में सेवाएं दीं. वह 2 जनवरी 2015 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने और हाल ही में, 30 अक्टूबर 2023 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे.
सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने 25 सितंबर 2024 को उनकी नियुक्ति की सिफारिश की थी, जिसे राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद कानून मंत्रालय ने औपचारिक रूप दिया.
अपने कानूनी करियर में न्यायमूर्ति नरेंद्र ने कर्नाटक और आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालयों के न्यायिक और प्रशासनिक कार्यों का गहन अनुभव प्राप्त किया. अब उत्तराखंड में उनकी नियुक्ति से न्याय व्यवस्था को और मजबूती मिलने की उम्मीद है.