प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2024 के अपने अंतिम ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भारतीय सिनेमा के चार दिग्गज—राज कपूर, मोहम्मद रफी, अक्किनेनी नागेश्वर राव (एएनआर), और तपन सिन्हा—को उनकी जन्म शताब्दी के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने इन महान हस्तियों के योगदान को भारतीय सिनेमा और देश की सांस्कृतिक पहचान के लिए महत्वपूर्ण बताया।
पीएम मोदी के विचार:
- राज कपूर:
- पीएम मोदी ने राज कपूर को भारतीय सिनेमा के ‘शोमैन’ के रूप में याद किया और कहा कि उन्होंने अपनी फिल्मों के जरिए भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ को विश्व मंच पर प्रस्तुत किया।
- उनकी फिल्मों की कहानियाँ और गीतों ने विश्व के अलग-अलग हिस्सों में भारतीय संस्कृति को लोकप्रिय बनाया।
- मोहम्मद रफी:
- उन्होंने मोहम्मद रफी के गीतों की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी आवाज में संगीत और भावना का एक ऐसा संगम था जो हर भारतीय के दिल को छूता है।
- रफी साहब की गायकी ने भारतीय संगीत को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
- अक्किनेनी नागेश्वर राव (एएनआर):
- पीएम मोदी ने दक्षिण भारतीय सिनेमा में एएनआर के योगदान को रेखांकित किया।
- उन्होंने कहा कि एएनआर ने न केवल सिनेमा को समृद्ध किया बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी प्रयास किया।
- तपन सिन्हा:
- तपन सिन्हा को भारतीय सिनेमा के सबसे प्रभावशाली निर्देशकों में से एक बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी फिल्में सामाजिक मुद्दों और मानवीय संवेदनाओं पर आधारित थीं।
- उनकी फिल्मों ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रशंसा हासिल की।
भारतीय सिनेमा के योगदान पर प्रकाश:
प्रधानमंत्री ने इन महान हस्तियों को भारतीय सिनेमा का स्तंभ बताते हुए कहा कि उनके जीवन और कार्य से फिल्म इंडस्ट्री को प्रेरणा मिलती है। उन्होंने यह भी कहा कि इन कलाकारों की प्रतिभा और योगदान ने भारतीय फिल्मों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई और भारतीय संस्कृति को विश्व मंच पर प्रस्तुत किया।
रफी साहब की आवाज में जादू
मोहम्मद रफी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि रफी साहब की आवाज में वो जादू था जो हर दिल को छू लेता था। मोदी ने रफी के बारे में कहा, “उनकी आवाज अद्भुत थी। भक्ति गीत हों या रोमांटिक गीत, दर्द भरे गाने हों, हर भाव को उन्होंने अपनी आवाज से जीवंत कर दिया। एक कलाकार के रूप में उनकी महानता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आज भी युवा-पीढ़ी उनके गानों को उतनी ही शिद्दत से सुनती है। यही तो है सदाबाहर कला की पहचान।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के 117वें एपिसोड में कहा, "राज कपूर जी ने फिल्मों के माध्यम से दुनिया को भारत की सॉफ्ट पावर से परिचित कराया। रफी साहब की आवाज में वो जादू था जो हर दिल को छू जाता था। भक्ति गीत हों या रोमांटिक गाने, दुख भरे गाने, उन्होंने अपनी आवाज से हर… pic.twitter.com/nzpn0jEGRf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 29, 2024
पीएम मोदी ने तेलुगु सिनेमा को ‘‘नयी ऊंचाइयों’’ पर ले जाने के लिए एएनआर की प्रशंसा की और कहा कि उनकी फिल्मों ने भारतीय परंपराओं एवं मूल्यों को बखूबी प्रस्तुत किया। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में कहा, “तपन सिन्हा जी की फिल्मों ने समाज को एक नयी दृष्टि दी। उनकी फिल्मों में सामाजिक चेतना और राष्ट्रीय एकता का संदेश रहता था।” हिंदी फिल्म जगत के ‘शोमैन’ कपूर और भारतीय सिनेमा के महानतम पार्श्व गायकों में से एक रफी की जन्मशती क्रमशः 14 दिसंबर और 24 दिसंबर को मनाई गई। अक्किनेनी नागेश्वर राव तेलुगु फिल्म जगत के सबसे प्रमुख व्यक्तियों में से एक थे, जिन्होंने अपने सात दशक के करियर में कई ऐतिहासिक फिल्मों में अभिनय किया। राव की 20 सितंबर को 100वीं जयंती मनाई गई थी। प्रमुख बंगाली सिनेमा निर्देशकों में से एक सिन्हा की जयंती दो अक्टूबर को मनाई गई थी।