उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 के पहले ‘मां की रसोई’ का उद्घाटन किया, जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इस रसोई का उद्देश्य, विशेष रूप से सार्वजनिक अस्पतालों में आने वाले गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए सस्ती और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है।
‘मां की रसोई’ का विवरण:
- मूल्य: इस रसोई में मात्र 9 रुपये में भोजन उपलब्ध होगा।
- भोजन में क्या-क्या होगा?
- दाल
- चार रोटियां
- सब्जियां
- चावल
- सलाद
- मिठाई
यह योजना नंदी सेवा संस्थान द्वारा संचालित की जा रही है, और इसका उद्देश्य उन लोगों की मदद करना है जो अस्पताल में अपने प्रियजनों का इलाज करवाने आए होते हैं और भोजन के लिए परेशान होते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रसोई का किचन निरीक्षण किया और भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता और अन्य व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री का बयान:
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मां की रसोई’ उन लोगों के लिए एक बहुत बड़ी मदद साबित होगी, जिन्हें अस्पताल में अपने मरीजों के इलाज के दौरान भोजन की आवश्यकता होती है। उन्होंने किचन की सफाई और गुणवत्ता की सराहना की और कहा कि यह पहल गरीबों और जरूरतमंदों के लिए एक राहत का स्रोत बनेगी।
अन्य प्रमुख व्यक्ति जो उद्घाटन में शामिल हुए:
- औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी
- जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह
- प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद
- जगदगुरु महामंडलेश्वर संतोष दास
यह पहल न केवल महाकुंभ के पहले एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह गरीबों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की सामाजिक जिम्मेदारी को भी दर्शाती है।