बिहार के हाजीपुर में यात्रियों से भरी एक बस में आग लगने की घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। यह हादसा महात्मा गांधी सेतु पुल पर हुआ, जहां बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई। हालांकि, राहत की बात यह है कि इस घटना में सभी यात्री सुरक्षित हैं और किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
घटना का विवरण:
- बस का रूट:
- बस हाजीपुर से पटना जा रही थी।
- आग लगने का स्थान:
- महात्मा गांधी सेतु पुल के पास बस में अचानक आग लग गई।
- यात्रियों की सुरक्षा:
- आग लगने के तुरंत बाद यात्रियों ने बस से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई।
- किसी यात्री को शारीरिक चोट नहीं आई है।
- आग पर काबू:
- आग बुझाने के लिए पटना और हाजीपुर की फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं।
- कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
पुलिस और प्रशासन का बयान:
- पुलिस ने कहा:
- “बस में आग लगने के कारण पुल पर ट्रैफिक जाम हो गया है। हमारी टीम रोड को क्लियर करने का प्रयास कर रही है। यात्रियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है, और सभी सुरक्षित हैं।”
पिछले घटनाक्रम:
- नवंबर 2024 की घटना:
- इससे पहले नवंबर 2024 में यूपी के यमुना एक्सप्रेसवे पर भी एक बस में आग लग गई थी।
- उस बस में 40 यात्री सवार थे, जो छठ पर्व के लिए बिहार जा रहे थे।
- अधिकांश यात्री नोएडा में काम करने वाले प्रवासी थे।
- वह बस भी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी, हालांकि यात्री सुरक्षित बच गए थे।
संभावित कारण और सतर्कता:
- बस में आग लगने का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं है। शुरुआती जांच में तकनीकी खामी या शॉर्ट सर्किट की संभावना जताई जा रही है।
- यात्री बसों में आग लगने की घटनाओं के मद्देनजर, प्रशासन को सुरक्षा मानकों और बसों की नियमित जांच सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।
यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि सार्वजनिक परिवहन में सुरक्षा के उच्च मानकों को अपनाने की जरूरत है। प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता होनी चाहिए, और नियमित निरीक्षण के जरिए संभावित खतरों को टाला जा सकता है।