76वें गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियां राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर जोरों पर हैं। इस बार परेड में कई नई पहल देखने को मिलेंगी, लेकिन कुछ प्रमुख बदलाव भी किए गए हैं। इनमें से एक बड़ा बदलाव यह है कि स्वदेशी तेजस विमान और एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) परेड का हिस्सा नहीं होंगे। आइए, विस्तार से जानते हैं इसकी वजह और गणतंत्र दिवस पर होने वाली खास तैयारियों के बारे में।
तेजस विमान क्यों नहीं होगा शामिल?
- सिंगल इंजन नीति:
- भारतीय वायुसेना ने सिंगल-इंजन वाले विमानों को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल न करने की नीति बनाई है।
- इस नीति के तहत तेजस, जो एक सिंगल-इंजन वाला स्वदेशी लड़ाकू विमान है, इस बार परेड में हिस्सा नहीं लेगा।
- एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (ALH):
- एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर की पूरी फ्लीट फिलहाल ग्राउंडेड है। इसकी वजह से यह हेलीकॉप्टर भी इस बार परेड में शामिल नहीं होगा।
कौन-कौन से एयरक्राफ्ट लेंगे हिस्सा?
- 40 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे, जिनमें शामिल हैं:
- 22 फाइटर जेट्स
- ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट
- तीन डोर्नियर विमान
- अन्य हेलीकॉप्टर
- भारतीय वायुसेना की झांकी:
- इस बार गणतंत्र दिवस परेड में वायुसेना की कोई झांकी नहीं होगी। हालांकि, वायुसेना के एयरक्राफ्ट अपनी ताकत और कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
विशेष अतिथियों का निमंत्रण:
इस बार गणतंत्र दिवस समारोह को और खास बनाने के लिए 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। इनमें शामिल हैं:
- पारालंपिक खिलाड़ी
- गांवों के सरपंच, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है।
- हथकरघा कारीगर
- वन एवं वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ता
रक्षा मंत्रालय ने इन विशेष अतिथियों को 31 श्रेणियों के तहत चुना है, जिससे समाज के हर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके।
विशेष झांकियां और परेड:
- सशस्त्र बलों का प्रदर्शन:
- भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के विभिन्न अंग अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे।
- राज्यों की झांकियां:
- विभिन्न राज्य अपनी सांस्कृतिक धरोहर और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली झांकियां पेश करेंगे।
- वायुसेना का फ्लाई-पास्ट:
- समारोह का समापन वायुसेना के भव्य फ्लाई-पास्ट के साथ होगा।
तेजस और एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर का अनुपस्थित होना जरूर कुछ लोगों को अखरेगा, लेकिन भारतीय वायुसेना और सशस्त्र बलों की ताकत और कौशल का प्रदर्शन परेड का मुख्य आकर्षण रहेगा। साथ ही, समाज के विभिन्न वर्गों के विशेष अतिथियों को आमंत्रित करना इस गणतंत्र दिवस को और भी खास बनाएगा।