प्रयागराज में पहुँचकर महाकुंभ को अंधविश्वास बताने वाले लोगों पर नागा बाबाओं का जबरदस्त गुस्सा फूटा। सामने आई वीडियो में देख सकते हैं कि महाकुंभ में कैसे कुछ लोग हाथ में पोस्टर लेकर महाकुंभ को बदनाम करने की कोशिश कर रहे थे।
पोस्टर में देख सकते हैं लिखा था- “अंधविश्वास का मेला है कुंभ एक बहाना। मुक्ति चाहिए तो समझ को जगाना।”
कल मकर संक्रांति के अमृत स्नान में एक अजीब वाकया देखने को मिला। कुछ लोग अपनी तुच्छ मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए महाकुंभ मेला क्षेत्र में पोस्टर लेकर खड़े थे कि हमारा महाकुंभ एक पाखंड है और ऐसे ही और सारे और माईक से अलाउंस भी कर रहे थे। और अपने तर्क से संबंधित किताबें भी बांट रहे… pic.twitter.com/xKFahcPJKC
— ANGRY BIRD 💎 (Modi का परिवार) (@angryladki) January 16, 2025
ये लोग माइक से भी ऐसी ही बातें अनाउंस कर रहे थे जिसकी आवाज नागा बाबाओं के कान में पड़ी। ये सुनने के बाद नागा बाबा वहाँ इकट्ठा हो गए और पोस्टर पर लिखी बातें देखकर सब भड़क गए। इसके बाद वहाँ पूरे सेट-अप को तोड़-फोड़ डाला गया।
कुछ लोगों ने इसी बीच प्रोपगेंडा फैलाने वालों का सारे सामान को इकट्ठा किया और आग लगाने को कहने लगे। मगर, नागा बाबाओं ने उस पोस्टर को संभाले रखा जिसमें महाकुंभ को ‘अंधविश्वास’ कहा जा रहा था। वीडियो बनाने वालों में से कोई बोला कि इस पोस्टर को ‘योगी बाबा’ को दिखाएँगे
मकर संक्रांति के अमृत स्नान में कुछ लोग अपनी तुच्छ मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए महाकुंभ मेला में पोस्टर लेकर खड़े थे कि महाकुंभ एक पाखंड है और ऐसे ही माईक से एनाउंस भी कर रहे थे अपने तर्क से संबंधित किताबें भी बांट रहे थे नागा सन्यासियों को सनातन संस्कृति का अपमान नहीं सहा गया pic.twitter.com/LIaMisd3V1
— Vimal Singh (@VimalSi41738801) January 16, 2025
अब लोग इसी वीडियो को शेयर करते हुए सवाल उठा रहे हैं कि ये महाकुंभ में घुसे लोग कौन सी मानसिकता के हैं जिन्हें हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए और प्रोपगेंडा फैलाने के लिए महाकुंभ में ही आने की जरूरत पड़ रही है। वहीं सोशल मीडिया पर नागा बाबाओं की तारीफ हो रही है। कहा जा रहा है कि किसी को अधिकार नहीं कि वो हिंदुओं की आस्था के केंद्र महाकुंभ पहुँचकर इस तरह की बात करें। लोगों का कहना है कि साधुओं ने ऐसे लोगों की धुनाई करके सही किया।
महाकुंभ में कुछ लोग अपनी तुच्छ मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए पोस्टर लेकर खड़े थे कि हमारा महाकुंभ एक पाखंड है और माईक से बोलकर किताबें भी बांट रहे थे। वहां से कुछ हमारे नागा संन्यासी गुजर रहे थे। उन्हें धर्म का अपमान और सनातन संस्कृति का अपमान सहन नहीं हुआ । pic.twitter.com/zsJCcQtbFM
— || आर्यावर्त || (@Aryavrta_) January 16, 2025