गणतंत्र दिवस 2025 के मौके पर कर्तव्य पथ पर भारतीय वायुसेना (IAF) का फ्लाईपास्ट और परेड इस बार भी आकर्षण का केंद्र होंगे। वायुसेना की परेड और फ्लाईपास्ट के बारे में विस्तृत जानकारी इस प्रकार है:
फ्लाईपास्ट में 40 विमान करेंगे हिस्सा
इस साल वायुसेना के कुल 40 एयरक्राफ्ट फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेंगे, जिनमें शामिल हैं:
- लड़ाकू विमान: रफाल, सुखोई, जगुआर, मिग-29।
- परिवहन विमान: 11 परिवहन विमान।
- हेलीकॉप्टर: 7 हेलीकॉप्टर।
12 अलग-अलग फॉर्मेशन में फ्लाईपास्ट
फ्लाईपास्ट में वायुसेना के विमान 12 अलग-अलग फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे। इनमें मुख्य रूप से निम्नलिखित फॉर्मेशन शामिल हैं:
- ध्वज फॉर्मेशन: फ्लाईपास्ट का उद्घाटन फॉर्मेशन।
- अजय, सतलुज, और अर्जुन फॉर्मेशन।
- वज्रंग फॉर्मेशन: इसमें 6 रफाल विमान शामिल होंगे।
- त्रिशूल फॉर्मेशन: सुखोई लड़ाकू विमानों द्वारा बनाया जाएगा।
- वरुण और नेत्र फॉर्मेशन: वायुसेना के विशिष्ट कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
- वर्टिकल चार्ली: फ्लाईपास्ट का समापन रफाल विमान द्वारा किया जाएगा।
तेजस और ध्रुव शामिल नहीं
हालांकि तेजस और ध्रुव हेलीकॉप्टर इस बार फ्लाईपास्ट का हिस्सा नहीं होंगे:
- तेजस: सिंगल इंजन होने के कारण फ्लाईपास्ट में शामिल नहीं किया गया।
- ध्रुव हेलीकॉप्टर: इस बार परेड का हिस्सा नहीं होगा।
वायुसेना की परेड में क्या होगा खास
- परेड की टुकड़ी:
- वायुसेना की मार्चिंग टुकड़ी में चार अधिकारी और 144 वायुसैनिक शामिल होंगे।
- टुकड़ी का नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर महेंद्र सिंह करेंगे, और अन्य अधिकारी फ्लाइट लेफ्टिनेंट दामिनी देशमुख, नेपो मोइरंगथेम, और अभिनव घोष होंगे।
- वायुसेना की टुकड़ी 12×12 की संरचना में मार्च करेगी।
- बैंड धुन:
- वायुसेना बैंड ‘साउंड बैरियर’ धुन बजाएगा।
गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत
- राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि:
- प्रधानमंत्री समारोह की शुरुआत में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
- राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण:
- राष्ट्रपति ध्वजारोहण करेंगी और सलामी लेंगी।
पायलट और प्रदर्शन
- भारतीय वायुसेना के सर्वश्रेष्ठ पायलट इस फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेंगे, जो देश के वायु कौशल और तकनीकी क्षमताओं का अद्भुत प्रदर्शन करेंगे।
- फ्लाईपास्ट और परेड वायुसेना की शक्ति, शौर्य और तकनीकी प्रगति का प्रमाण है।
इस बार का गणतंत्र दिवस फ्लाईपास्ट और परेड निश्चित रूप से दर्शकों के लिए एक रोमांचक और गर्व का अनुभव होगा, जिसमें भारत की सैन्य और तकनीकी श्रेष्ठता का प्रदर्शन होगा।