अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के तुरंत बाद वाशिंगटन डीसी में क्वाड (QUAD) देशों के विदेश मंत्रियों की पहली बैठक ने वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण संकेत दिया है। अमेरिका के नए विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस बैठक की मेजबानी की, जिसमें भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग, और जापान के विदेश मंत्री इवाया ताकेशी ने भाग लिया।
बैठक की मुख्य बातें:
- चीन को कड़ा संदेश:
- बैठक में चीन का नाम लिए बिना यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि यथास्थिति बदलने के किसी भी प्रयास का विरोध किया जाएगा।
- संयुक्त बयान में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए क्वाड देशों की प्रतिबद्धता दृढ़ है।
- भारत-प्रशांत क्षेत्र में बलपूर्वक या जबरदस्ती से यथास्थिति को बदलने की किसी भी कार्रवाई का क्वाड देशों ने विरोध किया।
- संयुक्त बयान:
- क्वाड देशों ने कहा कि स्वतंत्र और खुले भारत-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा, शांति, और स्थिरता को बढ़ावा देना प्राथमिकता है।
- सभी सदस्य देश क्षेत्रीय समुद्री, आर्थिक, और तकनीकी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
- आपूर्ति श्रृंखलाओं की विश्वसनीयता और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई।
- क्वाड लीडरशिप समिट:
- इस साल के अंत में भारत में क्वाड लीडर्स समिट का आयोजन करने की पुष्टि की गई।
- आने वाले महीनों में क्वाड के काम को तेज करने और क्षेत्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए नियमित बैठकें आयोजित की जाएंगी।
- जयशंकर का बयान:
- विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस बैठक को “उत्पादक” बताया और कहा कि यह क्वाड देशों की विदेश नीति में प्राथमिकता को दर्शाता है।
- उन्होंने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में बैठक की मेजबानी के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और भागीदारी के लिए ऑस्ट्रेलिया और जापान के मंत्रियों को धन्यवाद दिया।
क्वाड की भूमिका और महत्व:
- क्वाड देशों का उद्देश्य:
स्वतंत्र, खुले और नियम-आधारित भारत-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करना, जहां क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान हो। - चीन को संदेश:
क्वाड देशों की बढ़ती सक्रियता और क्षेत्रीय सुरक्षा पर उनके फोकस को चीन के विस्तारवादी कदमों के खिलाफ एक मजबूत कदम के रूप में देखा जा रहा है। - आर्थिक सहयोग:
सदस्य देश आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने और आर्थिक अवसर बढ़ाने के लिए मिलकर काम करेंगे।
क्वाड विदेश मंत्रियों की यह बैठक न केवल अमेरिका के नए प्रशासन की प्राथमिकताओं को दर्शाती है, बल्कि सदस्य देशों के बीच मजबूत सहयोग का प्रतीक भी है। यह भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव का सामना करने और क्षेत्रीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो सकती है। भारत में इस साल के अंत में होने वाली क्वाड लीडर्स समिट इन प्रयासों को और मजबूती प्रदान करेगी।