छत्तीसगढ़ की बैगा जनजाति के 6 परिवारों को इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा निमंत्रण प्राप्त हुआ है, जो उनके लिए और पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। यह निमंत्रण बैगा समुदाय के लिए एक विशेष सम्मान है, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और जनजातीय विरासत का प्रतीक है।
बैगा जनजाति का परिचय
- विशेष पिछड़ी जनजाति: बैगा जनजाति छत्तीसगढ़ की एक विशेष पिछड़ी जनजाति (Particularly Vulnerable Tribal Group) है।
- जनसंख्या और लिंगानुपात:
- 2015 के सर्वेक्षण के अनुसार, बैगा जनजाति की कुल जनसंख्या 88,317 है।
- इसमें पुरुष जनसंख्या 44,402 और महिला जनसंख्या 43,915 है।
- लिंगानुपात 989 महिलाओं का है, जो राष्ट्रीय औसत के करीब है।
- साक्षरता दर:
- बैगा जनजाति की कुल साक्षरता दर 53.97% है।
- पुरुष साक्षरता दर 60.78% और महिला साक्षरता दर 47.10% है।
#WATCH | A member from one of the Baiga families says, " We are very happy (that we received the invitation)…" pic.twitter.com/FpvVwPRsf0
— ANI (@ANI) January 23, 2025
भौगोलिक क्षेत्र
बैगा जनजाति छत्तीसगढ़ के मध्य और उत्तरी क्षेत्रों में रहती है।
- मुख्य रूप से कबीरधाम, बिलासपुर, कोरिया, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, और राजनांदगांव जिलों में बसे हैं।
- कबीरधाम और कोरिया जिले में इनकी जनसंख्या सर्वाधिक है।
गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का महत्व
- इन परिवारों को दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने का निमंत्रण केवल एक सम्मान नहीं है, बल्कि यह भारत के जनजातीय समुदायों को राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ने का भी एक प्रयास है।
- निमंत्रण प्राप्त करने वाले परिवारों ने सरकारी योजनाओं के माध्यम से घर और अन्य लाभ प्राप्त किए हैं, जो यह दर्शाता है कि उनके विकास के लिए प्रयास हो रहे हैं।
- दिल्ली में ये परिवार न केवल गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होंगे, बल्कि राष्ट्रपति के साथ रात्रिभोज और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।
#WATCH | Chhattisgarh: A few Baiga families in Kawardha have received invitation from the President of India to attend the Republic Day celebrations in Delhi (22/01) pic.twitter.com/0fygs2emXn
— ANI (@ANI) January 23, 2025
बैगा जनजाति की संस्कृति और योगदान
बैगा जनजाति अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जानी जाती है।
- ये समुदाय प्रकृति से जुड़ा हुआ है और पारंपरिक रूप से जंगल पर निर्भर रहता है।
- झूम खेती (Shifting Cultivation) और औषधीय जड़ी-बूटियों का उपयोग इनके जीवन का अभिन्न हिस्सा है।
बैगा जनजाति के सदस्यों को गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण, न केवल उनकी मान्यता को दर्शाता है, बल्कि यह भारत सरकार के जनजातीय सशक्तिकरण और सांस्कृतिक विविधता को प्रोत्साहित करने के प्रयासों को भी उजागर करता है। यह पहल अन्य जनजातीय समुदायों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी और उन्हें अपने अधिकारों और पहचान के लिए आगे बढ़ने में मदद करेगी।