वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में भारत के पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कई अहम घोषणाएं की हैं। सरकार का लक्ष्य भारत को विश्व स्तरीय पर्यटन केंद्र बनाना है।
संसद में बजट पेश करते हुए शनिवार को वित्त मंत्री ने कहा कि देश के शीर्ष 50 पर्यटन स्थलों को राज्यों के साथ साझेदारी में विकसित किया जाएगा। प्रमुख बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए भूमि राज्य द्वारा प्रदान की जानी होगी। इन गंतव्यों के होटलों को बुनियादी ढांचे-सामंजस्यपूर्ण सूची में शामिल किया जाएगा। बंदरगाह संपर्क, पर्यटन बुनियादी ढांचे और सुविधाओं पर विशेष रूप से लक्षद्वीप में जोर दिया जाएगा। सरकार विकास के लिए राज्यों को ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करेगी। यात्रा और पर्यटन क्षेत्र ने 2022 में भारत की अर्थव्यवस्था में 15.7 लाख करोड़ का योगदान दिया और 2030 तक 137 मिलियन लोगों के लिए रोजगार पैदा करने और सकल घरेलू उत्पाद में 250 बिलियन डॉलर जोड़ने की उम्मीद है।
वित्त मंत्री ने कहा कि होमस्टे को प्रदान किए जाने वाले मुद्रा ऋण के अलावा होटलों को सामंजस्यपूर्ण योजना में शामिल किया जाएगा। कुछ विदेशी पर्यटक समूहों के लिए वीज़ा में छूट होगी। होटलों को सामंजस्यपूर्ण योजना में शामिल किया जाएगा और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी में मेडिकल टूरिज्म और ‘हील इन इंडिया’ को बढ़ावा दिया जाएगा। वित मंत्री ने कहा कि सरकार भगवान बुद्ध के जीवन और समय से संबंधित स्थलों पर विशेष ध्यान देगी।
Investment in Economy: Charting development across various sectors
🔸 Modified UDAN scheme to be launched to enhance regional connectivity to 120 new destinations and carry 4 crore passengers in next 10 years
🔸 Maritime Development Fund with a corpus of Rs. 25,000 crore to be… pic.twitter.com/d0D7mLfUt6
— PIB India (@PIB_India) February 1, 2025
प्रमुख घोषणाएं:
देश के 50 प्रमुख पर्यटन स्थलों का विकास:
- राज्यों के साथ मिलकर “चैलेंज मोड” के तहत इन स्थलों को विकसित किया जाएगा।
- गंतव्यों के प्रभावी प्रबंधन के लिए राज्यों को प्रदर्शन-आधारित प्रोत्साहन दिए जाएंगे।
- इन पर्यटन स्थलों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा।
होमस्टे को बढ़ावा देने के लिए MUDRA लोन:
- पर्यटन क्षेत्र में छोटे उद्यमों (होमस्टे) को आर्थिक मदद देने के लिए माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी लिमिटेड (MUDRA) के तहत लोन उपलब्ध कराया जाएगा।
- इससे ग्रामीण और स्थानीय स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
बुद्ध सर्किट को मिलेगी प्राथमिकता:
- भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों का विशेष विकास किया जाएगा।
- इससे बौद्ध तीर्थ स्थलों की वैश्विक पहचान मजबूत होगी और भारत को धार्मिक पर्यटन के केंद्र के रूप में बढ़ावा मिलेगा।
हील इन इंडिया और चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा:
- भारत को चिकित्सा पर्यटन हब बनाने के लिए सरकार प्राइवेट सेक्टर के साथ साझेदारी में काम करेगी।
- विदेशी मरीजों को आकर्षित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के अस्पतालों और वेलनेस सेंटरों को विकसित किया जाएगा।
भारत को पर्यटन हब बनाने का मिशन
🔹 50 प्रमुख पर्यटन स्थलों का विश्व स्तरीय विकास
🔹 राज्यों को प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन
🔹 MUDRA लोन से होमस्टे और ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा
🔹 बौद्ध सर्किट और आध्यात्मिक पर्यटन को प्राथमिकता
🔹 चिकित्सा और वेलनेस पर्यटन को वैश्विक पहचान
भारत का पर्यटन उद्योग क्यों होगा मजबूत?
- स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।
- आर्थिक विकास और सांस्कृतिक विरासत को मिलेगा बढ़ावा।