कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में एक और बाघ का शव मिला है। कालागढ़ जोन में एक माह में ये तीसरे बाघ की मौत हुई है। कॉर्बेट प्रशासन का कहना है कि ये बाघ, दो बाघों की आपसी संघर्ष में जान गंवा बैठा है।
उत्तराखंड में यूपी से लगे कालागढ़ फॉरेस्ट डिवीजन में मोरघट्टी बीट में टाइगर की मौत हुई है। इसी इलाके में पिछले एक माह में तीन बाघों की मौत हुई है। बीस मई को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में एक बाघिन और पांच मई को एक बाघ का शव मिला था। माना ये भी जाता रहा है कि बाघों के शिकारी भी इसी रास्ते से टाइगर रिजर्व में घुसपैठ करते रहे हैं।
उधर पूरे राज्य में जनवरी माह से अभी तक 13 बाघों की मौत हुई है। सभी बाघों का पोस्टमार्टम करवाया गया है और उनका बिसरा जांच के लिए बरेली आईवीआरआई और देहरादून वन्य जीव अनुसंधान केंद्र भेजे गए हैं।
उत्तराखंड के वन्यजीव प्रतिपालक डॉ समीर सिन्हा ने बताया कि बाघों की मौत स्वाभाविक रूप से हुई है, हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी क्रॉस चेक करवाते हैं, बाघों की अपनी टेरिटरी होती है, जहां दूसरे बाघ के प्रवेश होने पर जंग होती है, जिस वजह से बाघ घायल होते हैं और इसमें कई की मौत हो जाती है। हमने वन सचिव के निर्देशों के बाद बाघों की मौत की जांच के लिए एक कमेटी भी बना दी है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट देगी।