स्वीडन के ऑरेब्रो शहर में मंगलवार (4 फरवरी 2025) को एक स्कूल में हुई गोलीबारी में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जिसमें हमलावर भी शामिल है। इस हमले को स्वीडन के प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टरसन ने देश के इतिहास में सबसे भयानक सामूहिक गोलीबारी करार दिया है।
घटना का विवरण
यह गोलीबारी स्टॉकहोम से 200 किलोमीटर पश्चिम में स्थित कैंपस रिसबर्गस्का सेकेंड्री स्कूल में हुई, जहां प्राथमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा के साथ-साथ अप्रवासियों के लिए स्वीडिश कक्षाएं और व्यावसायिक प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है। हमले के समय स्कूल में छात्र, शिक्षक और अन्य स्टाफ मौजूद थे।
पुलिस प्रमुख रॉबर्टो ईद फॉरेस्ट ने बताया कि करीब 10 लोग मारे गए हैं, लेकिन मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। पुलिस का कहना है कि यह आतंकी हमला नहीं है, हालांकि इसके मकसद की जांच की जा रही है।
हमले के चश्मदीदों का बयान
28 वर्षीय प्रत्यक्षदर्शी एंड्रियास सुंडलिंग ने बताया कि उसने तीन धमाके और तेज चीखें सुनीं, जिसके बाद वह जान बचाने के लिए कक्षा में छिप गई।
54 वर्षीय टीचर मारिया पेगाडो ने कहा, “हम लंच ब्रेक के बाद कक्षा में थे, तभी किसी ने दरवाजा खोला और चिल्लाया कि बाहर निकलो। मैंने अपने 15 छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला, तभी दो गोलियों की आवाज़ सुनी।”
हमलावर का प्रोफाइल
स्थानीय मीडिया के अनुसार, हमलावर की उम्र करीब 35 साल थी, उसके पास हथियार रखने का लाइसेंस था और उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी की है, लेकिन अभी तक उसकी पहचान का खुलासा नहीं किया गया है।
स्वीडन में बढ़ता हिंसक अपराध
प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टरसन ने कहा कि स्वीडन में संगठित गिरोह अपराध के कारण गोलीबारी और बम विस्फोट की घटनाएं बढ़ रही हैं, हालांकि स्कूलों में ऐसी घटनाएं अब तक दुर्लभ थीं। 2010 से 2022 के बीच स्कूलों में घातक हिंसा की 7 घटनाओं में 10 लोग मारे गए थे।
राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
स्वीडन के राजा कार्ल सोलहवें गुस्ताफ ने इस हमले की निंदा की है। वहीं, कुछ रिपोर्ट्स में इसे सलवान मोमिका (कुरान जलाने वाले व्यक्ति) की हाल ही में हुई हत्या से जोड़कर भी देखा जा रहा है, हालांकि पुलिस ने इस संबंध में कोई पुष्टि नहीं की है।