भारत की AI रणनीति पर OpenAI CEO सैम ऑल्टमैन से अश्विनी वैष्णव की बैठक
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन से मुलाकात की और भारतीय AI रणनीति को लेकर विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने कहा कि भारत संपूर्ण AI स्टैक— GPU, मॉडल और ऐप विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है।
https://twitter.com/AshwiniVaishnaw/status/1887041168489296267
सैम ऑल्टमैन का भारत के साथ सहयोग का आश्वासन
- सैम ऑल्टमैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तकनीकी दृष्टि की सराहना की।
- उन्होंने भारत के साथ AI क्षेत्र में सहयोग करने की इच्छा जताई।
- चंद्रयान-3 मिशन का उदाहरण देते हुए, अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कैसे भारत कम लागत में बड़ा नवाचार कर सकता है।
भारतीय AI मॉडल: 10 महीने में पहला बड़ा कदम
- अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत का पहला स्वदेशी AI मॉडल 10 महीनों में तैयार होगा।
- भारत चीनी ‘DeepSeek’ जैसे ओपन-सोर्स AI मॉडल की मेजबानी करेगा।
- सरकार ने ₹10,000 करोड़ के बजट के साथ AI मिशन को मंजूरी दी है।
AI के लिए ओपन प्रतियोगिता की घोषणा
- AI स्टार्टअप्स के लिए सरकार एक ओपन कॉम्पिटिशन शुरू करने जा रही है।
- स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, मौसम पूर्वानुमान, आपदा प्रबंधन, परिवहन जैसे क्षेत्रों में AI का उपयोग बढ़ाने की योजना है।
चीन से प्रतिस्पर्धा और भारत की AI क्षमता
- चीन के उभरते AI स्टार्टअप्स के मुकाबले भारत अपनी रणनीति मजबूत कर रहा है।
- मजबूत IT सेक्टर और विशाल डेटा सेट के कारण भारत के पास AI में वैश्विक नेतृत्व की क्षमता है।
नौकरियों पर प्रभाव और भविष्य की संभावनाएं
- AI से बेहतर सेवा वितरण और मानवीय हस्तक्षेप में कमी आएगी।
- हालांकि, नौकरियों पर संभावित प्रभाव को संतुलित करने के लिए भारत AI-आधारित नई नौकरियों पर भी फोकस करेगा।
भारत तेजी से स्वदेशी AI इंफ्रास्ट्रक्चर और ओपन-सोर्स मॉडल विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है।
सरकार की AI रणनीति चीन के मुकाबले भारत को वैश्विक AI शक्ति बनाने की ओर बढ़ रही है।
अब सबकी नजर इस पर रहेगी कि आने वाले 10 महीनों में भारत का पहला AI मॉडल कैसे आकार लेता है।