प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जून को अमेरिकी संसद को संबोधित करने वाले हैं. पीएम मोदी अमेरिकी संसद के दोनों सदन-सीनेट और हाउस ऑफ प्रिपेजेंटेटिव को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे. ये पहला मौका है, जब कोई प्रधानमंत्री अमेरिकी संसद को दो बार संबोधित करने जा रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी इससे पहले भी अमेरिकी संसद को संबोधित कर चुके हैं. अमेरिका और भारत के रिश्ते पिछले कुछ सालों में बहुत मजबूत हुए हैं. रक्षा से लेकर व्यापार तक के क्षेत्र में दोनों देश करीब आए हैं.
दरअसल, सदन और सीनेट दोनों के द्विदलीय नेतृत्व के जरिए समर्थित यूएस हाउस स्पीकर केविन मैकार्थी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यूएस कांग्रेस को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया है. प्रधानमंत्री अमेरिका के दौरे पर जा रहे हैं. वह 22 जून को व्हाइट हाउस भी जाने वाले हैं. उनका दौरा 21 से 24 जून तक होगा. दरअसल, प्रधानमंत्री पहले कई मौकों पर अमेरिका का दौरा कर चुके हैं. मगर ये पहला मौका है, जब वह राजकीय दौरे पर अमेरिका जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 साल के कार्यकाल में ये पहला मौका है, जब वह अमेरिका के राजकीय दौरे पर जा रहे हैं. किसी भारतीय प्रधानमंत्री का आखिरी राजकीय अमेरिका दौरा 2009 में हुआ था, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 दिनों के दौरे पर अमेरिका पहुंचे थे. हालांकि, पीएम मोदी अपने कार्यकाल में कई बार अमेरिका गए हैं, मगर उनके किसी भी दौरे को राजकीय दौरा नहीं माना गया. डिप्लोमैटिक प्रोटोकॉल के तहत राजकीय दौरा सबसे उच्चस्तरीय दौरा होता है.
पीएम मोदी को जो आमंत्रण भेजा गया है, उस पर सीनेट मेजोरिटी लीडर चक शूमर, सीनेट रिपब्लिकन लीडर मिच मैककोनेल और हाउस माइनॉरिटी लीडर हकीम जेफ्रीस ने भी साइन किया. प्रधानमंत्री अमेरिका की संसद में भारत के भविष्य के लिए अपने विजन और अमेरिका-भारत द्वारा सामने किए जा रहे वैश्विक मुद्दों पर सांसदों को संबोधित करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने आखिरी बार 2016 में कांग्रेस के दोनों सदनों को संबोधित किया था. उनसे पहले मनमोहन सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी, पीवी नरसिम्हाराव, राजीव गांधी और जवाहरलाल नेहरू ने अमेरिकी संसद को संबोधित किया.