पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्ष-विराम उल्लंघन और आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देना एक गंभीर सुरक्षा चुनौती बनी हुई है। पुंछ जिले के कृष्णा घाटी और तारकुंडी क्षेत्र में बिना किसी उकसावे के की गई गोलीबारी का भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया, जिसमें पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ। हालांकि, भारतीय सेना ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
मुख्य बिंदु:
- पाकिस्तानी गोलीबारी का जवाब: भारतीय सेना ने पुंछ के तारकुंडी सेक्टर में जवाबी कार्रवाई की, जिससे दुश्मन को बड़ा नुकसान हुआ।
- आईईडी विस्फोट: जम्मू के अखनूर सेक्टर में संदिग्ध आतंकियों द्वारा किए गए विस्फोट में एक कैप्टन सहित दो सैनिक शहीद हुए।
- जेसीओ घायल: गश्ती दल के दौरान एक जूनियर कमीशंड अधिकारी बारूदी सुरंग की चपेट में आकर घायल हो गए।
- एलओसी पर बढ़ती गतिविधियां: हाल के दिनों में सीमा पार से घुसपैठ और हमले की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे सुरक्षा हालात तनावपूर्ण हैं।
आईईडी विस्फोट में कैप्टन सहित दो सैनिक शहीद
पाकिस्तान की तरफ हुए नुकसान की जानकारी तत्काल नहीं मिल पाई है, लेकिन अधिकारियों ने बताया कि दुश्मन सेना को “भारी नुकसान” हुआ है। भारतीय सेना ने इस जानकारी की न तो पुष्टि की और न ही खंडन किया। अधिकारियों ने बताया कि कृष्णा घाटी सेक्टर में पाकिस्तान द्वारा संघर्ष-विराम का उल्लंघन ऐसे समय में किया गया, जब एक दिन पहले ही जम्मू जिले के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में एक कैप्टन सहित दो भारतीय सैन्यकर्मियों की जान चली गई थी।
पुंछ के तारकुंडी क्षेत्र में सीजफायर का उल्लंघन
भारत और पाकिस्तान द्वारा 25 फरवरी 2021 को संघर्ष-विराम समझौते को नवीनीकृत करने के बाद से नियंत्रण रेखा पर संघर्ष-विराम उल्लंघन की बहुत कम घटनाएं दर्ज की गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा पर तारकुंडी क्षेत्र में अग्रिम चौकी पर बिना उकसावे के गोलीबारी कर संघर्ष-विराम का उल्लंघन किया, जिसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया।