राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की बीआईटी मेसरा की प्लेटिनम जुबली समारोह में उपस्थिति शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार में संस्थान के योगदान को सम्मानित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर रही। उनके भाषण में कई अहम बिंदु उभरकर आए, खासकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), उच्च शिक्षा, हाशिए पर पड़े समुदायों के सशक्तिकरण और महिला सशक्तिकरण को लेकर उनकी दृष्टि।
President Droupadi Murmu graced the Platinum Jubilee Celebrations of BIT Mesra at Ranchi, Jharkhand. The President said that this is an apt occasion to celebrate and honour the institute's contributions to education, research and innovation in engineering, technology and allied… pic.twitter.com/NFETQHzSgl
— President of India (@rashtrapatibhvn) February 15, 2025
राष्ट्रपति के भाषण की प्रमुख बातें:
- AI और मशीन लर्निंग का भविष्य: उन्होंने AI के बढ़ते प्रभाव को रेखांकित करते हुए बताया कि भारत सरकार उच्च शिक्षा में AI को एकीकृत करने के लिए कदम उठा रही है। बीआईटी मेसरा ने 2023 में AI से संबंधित पाठ्यक्रम शुरू कर इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है।
- हाशिए पर पड़े समुदायों को भी मिलना चाहिए तकनीकी अवसर: उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के लाभ केवल चुनिंदा वर्ग तक सीमित न रहें, बल्कि समाज के हर तबके को इसका लाभ मिले।
- परंपरागत ज्ञान की महत्ता: राष्ट्रपति ने उद्यमियों को आगाह किया कि वे पारंपरिक समुदायों के ज्ञान को नजरअंदाज न करें, क्योंकि समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा बड़े तकनीकी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होती।
- बीआईटी मेसरा की प्रशंसा: उन्होंने संस्थान की 70 वर्षों की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि यह अंतरिक्ष इंजीनियरिंग और रॉकेटरी में अग्रणी रहा है और नए पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है।
- महिला सशक्तिकरण पर जोर: उन्होंने ‘‘हमारी बेटियों’’ पर गर्व जताते हुए कहा कि वे विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और गणित (STEM) में पीछे नहीं हैं और ‘विकसित भारत’ के निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगी।
LIVE: President Droupadi Murmu addresses the platinum jubilee celebration of the BIT Mesra at Ranchi https://t.co/ahRDMksSK7
— President of India (@rashtrapatibhvn) February 15, 2025
बीआईटी मेसरा के लिए क्यों महत्वपूर्ण है यह दौरा?
🔹 प्रतिष्ठान को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान और प्रेरणा मिलेगी।
🔹 उच्च शिक्षा में AI और नई तकनीकों को अपनाने की दिशा में सरकार के सहयोग का संकेत मिला।
🔹 हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए तकनीकी अवसरों को बढ़ाने की दिशा में नीतिगत सोच स्पष्ट हुई।
BIT has been a pioneer in a number of fields. The first Department of Space Engineering and Rocketry in the country was established here in 1964. pic.twitter.com/KIWflYI8u5
— President of India (@rashtrapatibhvn) February 15, 2025
झारखंड दौरे का व्यापक प्रभाव
राष्ट्रपति का यह दौरा झारखंड के शैक्षिक और तकनीकी परिदृश्य को नई ऊर्जा देगा, साथ ही AI जैसी नई तकनीकों को उच्च शिक्षा में शामिल करने की दिशा में तेजी लाने के लिए प्रेरित करेगा।