केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान रविवार को अपने परिवार के साथ महाकुंभ 2025 पहुंचे, जहां उन्होंने पवित्र संगम में स्नान किया। इस अवसर पर उन्होंने महाकुंभ को 144 वर्षों बाद का अलौकिक संगम बताते हुए कहा कि यह धर्म और आस्था का सबसे भव्य पर्व है।
144 वर्षों के बाद महाकुंभ का यह अलौकिक संगम, जहाँ संतो, महात्माओं और श्रद्धालुओं का सागर उमड़ता है, धर्म और आस्था का सबसे भव्य उत्सव है। महाकुंभ केवल एक पर्व नहीं, बल्कि भारत की हजारों वर्षों पुरानी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना की जीवंत ज्योति है। यह वह दिव्य अवसर है, जब… pic.twitter.com/F5roWuh22m
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) February 16, 2025
महाकुंभ में शामिल होना सौभाग्य की बात: प्रधान
महाकुंभ में शामिल होकर धर्मेंद्र प्रधान ने अपनी खुशी जाहिर की और कहा—
🕉️ “यह एक दिव्य अवसर है, जब पूरा विश्व सनातन संस्कृति की भव्यता और भक्ति की अनूठी शक्ति का अनुभव कर रहा है।”
🕉️ “अमृत स्नान करना अविस्मरणीय अनुभव है।”
🕉️ “यहाँ संतों, महात्माओं और श्रद्धालुओं का सागर उमड़ता है।”
पीएम मोदी और सीएम योगी को कहा धन्यवाद
📌 धर्मेंद्र प्रधान ने इस महान आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया।
📌 उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025 को ऐतिहासिक और भव्य रूप देने के लिए सरकार ने अभूतपूर्व कार्य किए हैं।
महाकुंभ 2025 की विशेषताएं
🚩 पूरी दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज में एकत्र हो रहे हैं।
🚩 सनातन संस्कृति और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है।
🚩 संगम स्नान, भव्य मंदिर कॉरिडोर और संतों का सान्निध्य श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव दे रहा है।
‘संगम में परिवार संग डुबकी लगाना परम सौभाग्य’
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने महाकुंभ में अपनी पत्नी के साथ पवित्र संगम तट पर पूजा-अर्चना भी की. उन्होंने इस बारे में अपने एक्स पर लिखा, ‘महाकुंभ सनातन सभ्यता, संस्कृति, दर्शन और हमारी सनातन परंपराओं की जीवंतता का प्रमाण है. मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की दिव्य धाराओं के संगम में परिवार के साथ पवित्र डुबकी लगाना मेरा परम सौभाग्य है.’
महाकुंभ, सनातन सभ्यता, संस्कृति, दर्शन और हमारी शाश्वत परंपराओं की जीवन्तता का प्रमाण है।
माँ गंगा, माँ यमुना और माँ सरस्वती की दिव्य धाराओं के संगम में सपरिवार आस्था की डुबकी लगाना मेरा असीम सौभाग्य है। #एकता_के_महाकुंभ में अमृत स्नान मेरे लिए एक अविस्मरणीय अनुभूति है। माँ… pic.twitter.com/OPZsFD3XdY
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) February 16, 2025
वहीं एक दूसरे पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘144 सालों के बाद महाकुंभ का यह अलौकिक संगम, जहां संतो, महात्माओं और श्रद्धालुओं का सागर उमड़ता है, धर्म और आस्था का सबसे भव्य उत्सव है. महाकुंभ केवल एक पर्व नहीं, बल्कि भारत की हजारों वर्षों पुरानी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना की जीवंत ज्योति है.’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह एक दिव्य अवसर है, जब पूरा विश्व सनातन संस्कृति की भव्यता और आस्था की अनूठी शक्ति का अनुभव कर रहा है. इस दौरान उन्होंने मां गंगा से सभी के कल्याण की प्रार्थना की. साथ ही उन्होंने लिखा, ‘पीएम मोदी के मार्गदर्शन और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में इस महायोजना को भव्य, स्वच्छ और सुव्यवस्थित तरीके से साकार करने के लिए अभिनंदन.’