राजनीतिक संदर्भ:
सीएम योगी का यह बयान महाकुंभ 2025 के भव्य आयोजन की सरकार की मंशा को दोहराता है और साथ ही सपा-आरजेडी-टीएमसी जैसे विपक्षी दलों पर हिंदू आस्था के खिलाफ राजनीति करने का आरोप लगाता है। यह बयान 2024 के लोकसभा चुनावों और आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में बीजेपी के हिंदुत्व एजेंडे को और मजबूत करने की दिशा में देखा जा सकता है।