रेखा गुप्ता बनीं दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री, बीजेपी ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी की
दिल्ली में रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया है। वह दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनी हैं। बीजेपी ने 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है, जिससे यह पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन गया है।
रेखा गुप्ता का पहला बड़ा फैसला – यमुना सफाई अभियान
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद रेखा गुप्ता ने यमुना नदी की सफाई को प्राथमिकता देते हुए पहला बड़ा ऐलान किया।
- पूरी कैबिनेट के साथ वह यमुना नदी का दौरा करेंगी।
- यमुना सफाई को लेकर एक्शन प्लान जारी किया जाएगा।
- शाम 6 बजे यमुना आरती का आयोजन होगा।
- मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि अगले छठ तक यमुना का स्वरूप पूरी तरह बदल जाएगा।
#WATCH | BJP's first-time MLA Rekha Gupta takes oath as the Chief Minister of Delhi. Lt Governor VK Saxena administers her oath of office.
With this, Delhi gets its fourth woman CM, after BJP's Sushma Swaraj, Congress' Sheila Dikshit, and AAP's Atishi. pic.twitter.com/bU69pyvD7Y
— ANI (@ANI) February 20, 2025
कैबिनेट मंत्रियों की सूची
रेखा गुप्ता की सरकार में 6 कैबिनेट मंत्री शामिल किए गए हैं:
- प्रवेश वर्मा
- आशीष सूद
- पंकज सिंह
- मनजिंदर सिंह सिरसा
- कपिल मिश्रा
- रविंद्र इंद्राज
केजरीवाल सरकार का पतन और बीजेपी की वापसी
- यमुना सफाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार सवालों में रही थी।
- इसी मुद्दे को भुनाते हुए बीजेपी ने चुनाव में प्रचार किया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी सीट तक नहीं बचा पाए।
- बीजेपी ने शालीमार बाग सीट से रेखा गुप्ता को उम्मीदवार बनाया, जहां उन्होंने AAP की वंदना कुमारी को 29,000 से अधिक वोटों से हराया।
बीजेपी की रणनीति और भविष्य की योजनाएं
- यमुना सफाई के जरिए पर्यावरण और स्वच्छता को लेकर मजबूत छवि बनाना।
- दिल्ली में मूलभूत सुविधाओं में सुधार करना, जिससे आम जनता को सीधा लाभ मिले।
- 2027 के MCD चुनाव और 2029 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी को मजबूत करना।
रेखा गुप्ता की ताजपोशी के साथ दिल्ली की राजनीति में नया अध्याय शुरू हो चुका है। बीजेपी ने अपने पहले फैसले से ही जनता को यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह यमुना और अन्य लंबित समस्याओं को हल करने के लिए पूरी तरह तैयार है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी सरकार अपने वादों को कैसे पूरा करती है।