भारत और बांग्लादेश के बीच 55वें महानिदेशक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा और सहमति बनी, जिससे दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों (बीएसएफ और बीजीबी) के बीच सहयोग को और मजबूत किया गया।
मुख्य निर्णय और सहमतियां:
- सीमा सुरक्षा और अपराध रोकथाम:
- संवेदनशील क्षेत्रों में समन्वित गश्त बढ़ाने पर सहमति।
- सीमावर्ती आबादी को अंतर्राष्ट्रीय सीमा उल्लंघन से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय।
- सीमा पर होने वाली हिंसा को रोकने के लिए संयुक्त गश्त, सतर्कता बढ़ाने और सूचना साझा करने पर सहमति।
- गैर-घातक हथियारों के उपयोग की नीति जारी रखने पर जोर।
- सीमा पर शांति बनाए रखने के उपाय:
- मानव तस्करी, सीमा पार अपराध और अवैध घुसपैठ रोकने के लिए समन्वित सीमा प्रबंधन योजना (CBMP) को और प्रभावी बनाने पर सहमति।
- मानव तस्करी के मामलों की वास्तविक समय की जानकारी साझा करने और जांच रिपोर्टों को आगे बढ़ाने का निर्णय।
- दोनों देशों के कानूनों के अनुसार मानव तस्करी के पीड़ितों के बचाव और पुनर्वास की सुविधा देने का आश्वासन।
- सहयोग और विश्वास निर्माण के उपाय:
- संयुक्त खेल गतिविधियां, बैंड डिस्प्ले, रिट्रीट समारोह और सद्भावना यात्राओं को जारी रखने पर सहमति।
- सीमा क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए सहयोग बढ़ाने का निर्णय।
अगला सम्मेलन:
- जुलाई 2025 में ढाका, बांग्लादेश में अगला महानिदेशक स्तरीय सम्मेलन आयोजित होगा।
यह सम्मेलन भारत-बांग्लादेश सीमा प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाने और दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।