राजस्थान के ब्यावर में अजमेर रेप-ब्लैकमेल कांड जैसी घटना सामने आने के बाद लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। स्कूली छात्राओं के साथ रेप और ब्लैकमेलिंग के आरोपियों को पुलिस ने अजमेर पॉक्सो कोर्ट में पेश किया, जहां वकीलों ने दूसरी बार आरोपियों पर हमला किया और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई।
मामले का पूरा विवरण:
- स्थान: ब्यावर (अजमेर, राजस्थान)।
- घटना: स्कूली छात्राओं को प्रेमजाल में फंसाकर रेप, वीडियो बनाकर ब्लैकमेल और उगाही।
- मुख्य आरोपी: लुकमान उर्फ सोहेब (20), सोहेल मंसूरी (19), रिहान मोहम्मद (20), अफराज (18), आशिक, कैफे संचालक श्रवण और करीम सहित 3 नाबालिग।
- रिमांड:
- चार आरोपी: 5 दिन की हिरासत में।
- तीन अन्य: 7 दिन की पुलिस रिमांड पर।
- नाबालिग आरोपी: बाल सुधार गृह भेजे गए।
- पुलिस कार्रवाई:
- आरोपियों के मोबाइल और गाड़ियाँ जब्त।
- कैफे की सीसीटीवी फुटेज की जाँच जारी।
- अन्य संदिग्धों की तलाश।
वकीलों का गुस्सा और कोर्ट में हंगामा
- 18 फरवरी 2025 को आरोपियों को पहली बार कोर्ट में लाया गया था, तब वकीलों ने हमला किया था।
- 21 फरवरी 2025 को फिर पेशी के दौरान वकीलों ने आरोपियों की पिटाई की और पुलिस के साथ भी झड़प हुई।
- वकीलों ने ASI भीम सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, आरोप लगाया कि उन्होंने वकीलों से गाली-गलौच की।
सर्व समाज संघर्ष समिति का बंद और फाँसी की माँग
- ब्यावर और बिजयनगर में सर्व समाज संघर्ष समिति ने बंद बुलाया।
- आरोपियों को फाँसी देने की माँग को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं।
- लोगों में भारी आक्रोश, जिससे समाज में तनाव बढ़ रहा है।
घटना की भयावहता – अजमेर सेक्स स्कैंडल की याद
यह मामला 1992 के अजमेर रेप स्कैंडल जैसा है, जिसमें भी लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर रेप, वीडियो बनाकर ब्लैकमेल और उगाही की गई थी।
- लोगों की माँग:
- आरोपियों को फाँसी की सजा मिले।
- सरकार कड़े कानून बनाए ताकि ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।
- पीड़ितों को शीघ्र न्याय मिले।