प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गिर नेशनल पार्क दौरे और वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे पर की गई घोषणाएँ भारत के वन्यजीव संरक्षण प्रयासों को और मजबूत करेंगी। उनके नेतृत्व में प्रोजेक्ट लॉयन, प्रोजेक्ट चीता, प्रोजेक्ट टाइगर, प्रोजेक्ट डॉल्फिन और प्रोजेक्ट एलिफेंट को नई दिशा मिल रही है।
A memorable visit to Gir! Have a look at the highlights… pic.twitter.com/DTqzwlerTc
— Narendra Modi (@narendramodi) March 3, 2025
प्रमुख घोषणाएँ और पहल:
- गिर में पीएम मोदी का दौरा:
- लॉयन सफारी का आनंद लिया, शेरों की तस्वीरें खींचीं और प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव किया।
- नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ की 7वीं बैठक की अध्यक्षता की।
- पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
- ‘प्रोजेक्ट लॉयन’ को 2,927 करोड़ रुपये का बजट:
- मई 2025 में 16वीं बार शेरों की गणना होगी।
- बारदा वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी में शेरों के लिए बेहतर सुविधाएँ।
- गिर में 674 शेरों की पुष्टि, संख्या लगातार बढ़ रही है।
- नई वाइल्डलाइफ सुविधाएँ:
- जूनागढ़ में नेशनल रेफरल सेंटर-वाइल्डलाइफ की आधारशिला रखी गई।
- तमिलनाडु के कोयंबटूर में ‘सलीम अली सेंटर फॉर ऑर्निथोलॉजी एंड नेचुरल हिस्ट्री’ (SACON) की स्थापना।
- ‘प्रोजेक्ट चीता’ का विस्तार:
- गाँधीसागर सैंक्चुअरी (मध्य प्रदेश) और बन्नी ग्रासलैंड (गुजरात) में चीते बसाने की योजना।
- अन्य वन्यजीव संरक्षण प्रयास:
- घड़ियाल और ग्रेट इंडियन बस्टर्ड संरक्षण के लिए नए कार्यक्रम।
- टाइगर रिजर्व के बाहर बाघों की सुरक्षा के लिए नई योजना।
- प्रोजेक्ट टाइगर और प्रोजेक्ट एलिफेंट की समीक्षा।
- भारत में पहली बार गंगा डॉल्फिन की गणना – कुल 6,327 डॉल्फिन पाई गईं।
- पर्यावरण संरक्षण में बजट बढ़ोतरी:
- पर्यावरण मंत्रालय के लिए 3,330.37 करोड़ रुपये का बजट।
- नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) का बजट 35 करोड़ रुपये तक बढ़ाया गया।
- भारत के जंगलों का क्षेत्रफल 16,000 वर्ग किमी बढ़ा।
- वन्यजीव संरक्षण में टेक्नोलॉजी का उपयोग:
- जंगल की आग रोकने के लिए AI और सैटेलाइट मैपिंग का सुझाव।
- फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया और BISAG-N को एक साथ काम करने के निर्देश।
PM Narendra Modi chaired the 7th meeting of National Board for Wildlife on 3rd March in Gir, Gujarat. PM released the first-ever riverine dolphin estimation report in the country, which estimated a total of 6,327 dolphins. PM also laid the foundation stone of National Referral… pic.twitter.com/bmHn4zX0Ff
— ANI (@ANI) March 3, 2025
निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये घोषणाएँ भारत को वैश्विक वन्यजीव संरक्षण का लीडर बनाने की दिशा में बड़ा कदम हैं। शेर, बाघ, चीता, डॉल्फिन और अन्य विलुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण से भारत की जैव-विविधता और पर्यावरण संतुलन मजबूत होगा। आने वाले वर्षों में इन प्रयासों का और विस्तार होगा, जिससे भारत वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में विश्व की मिसाल बनेगा।