पोप फ्रांसिस को आज अंतिम विदाई दी जाएगी। पोप का अंतिम संस्कार वेटिकन सिटी में स्थित सेंट पीटर्स स्क्वायर में होगा। दुनियाभर के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस अंतिम संस्कार समारोह में शामिल होने के लिए वेटिकन पहुंचे हैं। अंतिम संस्कार में दो लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है।
पोप ने किए कई सुधार
फ्रांसिस ने पिछले साल वेटिकन की परंपराओं और रीति-रिवाजों में बदलाव कर उन्हें सरल बनाते समय अपने अंतिम संस्कार समारोह को लेकर अपनी इच्छा भी बताई थी। वेटिकन ने कहा कि उनका उद्देश्य पोप की भूमिका को केवल एक पादरी के रूप में दिखाना था, ना कि इस दुनिया के एक शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में। फ्रांसिस ने पोप के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान आमूलचूल सुधार किए, पादरियों के सेवक होने पर जोर दिया। उन्होंने 2013 में अपने चयन के कुछ ही दिन बाद ही इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया था।
सोमवार को हुआ था निधन
पोप के अंतिम संस्कार में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एवं यूरोपीय संघ के नेता, राजकुमार विलियम और स्पेन के शाही परिवार समेत कई गणमान्य लोग शामिल हो रहे हैं। बेसिलिका की देखरेख करने वाले आर्कबिशप ने शुक्रवार को बताया था कि पोप फ्रांसिस ने खुद को ‘सेंट मैरी मेजर बेसिलिका’ में दफनाए जाने की इच्छा जताई थी। फ्रांसिस का सोमवार को निधन हो गया था। वह 88 वर्ष के थे।