उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आज “सूर्या ड्रोन टेक 2025” का उद्घाटन माननीय राज्यपाल उत्तराखंड द्वारा किया गया। यह दो दिवसीय अत्याधुनिक ड्रोन प्रदर्शनी (29-30 अप्रैल) भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड द्वारा SIDM (सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स) के सहयोग से आयोजित की गई है, जो भारत के रक्षा क्षेत्र में तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षण:
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अत्याधुनिक लड़ाकू और प्रबंधन ड्रोन का लाइव डेमो
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“आधिकारिक उपकरण सूची” (Official Equipment Compendium) का विमोचन
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रक्षा और नागरिक क्षेत्रों में ड्रोन के उपयोग पर विशेष व्याख्यान
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उभरती तकनीकों पर राज्यपाल एवं सैन्य अधिकारियों के प्रेरक वक्तव्य
प्रमुख वक्ता और अतिथि:
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ले. जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, जीओसी-इन-सी, सेंट्रल कमांड
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श्री मिलिंद राज, ड्रोन नवाचार विशेषज्ञ
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ले. जनरल नवीन सचदेवा, COS, सेंट्रल कमांड
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ले. जनरल संदीप जैन, कमांडेंट, IMA
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ले. जनरल डी. जी. मिश्रा, GOC, उत्तर भारत एरिया
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मे. जनरल नवीन महाजन, GOC, 14 इन्फैंट्री डिविज़न
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मे. जनरल आर. प्रेमराज, GOC, उत्तराखंड सब एरिया
राज्यपाल का वक्तव्य:
“ड्रोन तकनीक केवल सैन्य क्षेत्र ही नहीं, बल्कि कृषि, आपदा प्रबंधन और अवसंरचना में भी क्रांतिकारी बदलाव लाने में सक्षम है। उत्तराखंड को इस तकनीकी आयोजन की मेजबानी पर गर्व है।”
ले. जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता का वक्तव्य:
“Unmanned Systems अब आधुनिक युद्ध का अभिन्न हिस्सा हैं। सूर्या ड्रोन टेक 2025 हमारी सामूहिक प्रगति का प्रतीक है।”
प्रदर्शनी के उद्देश्य:
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भारतीय निर्माताओं द्वारा विकसित ड्रोन प्रणालियों का मूल्यांकन एवं परीक्षण
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रक्षा एकीकरण योग्य प्रणालियों की पहचान और फीडबैक
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भावी रिसर्च और क्वालिटी रिक्वायरमेंट्स (QRs) को दिशा देना
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24/7 संचालन हेतु ड्रोन तैयारियों को मजबूती प्रदान करना
सहयोग और स्मृति:
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सेना और SIDM के बीच सहयोग को दर्शाने वाले स्मृति चिन्हों का आदान-प्रदान
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सेना-असैन्य उद्योगों के बीच संवाद और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा
“सूर्या ड्रोन टेक 2025” न केवल रक्षा क्षेत्र में तकनीकी सशक्तिकरण का प्रतीक है, बल्कि यह भारत को वैश्विक ड्रोन नवाचार हब बनाने की दिशा में एक ठोस प्रयास है।