जीएसटी संग्रह पिछले महीने बढ़कर 2.37 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। सरकार ने गुरुवार को इसके आंकड़े जारी किए। जीएसटी कलेक्शन की स्पीड 12.6 प्रतिशत दर्ज की गई जो 17 महीनों में सबसे अधिक है।
अप्रैल 2025 में जीएसटी संग्रह: अब तक का सर्वाधिक
🔹 कुल संग्रह: ₹2.37 लाख करोड़
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यह अब तक का सबसे ऊंचा मासिक जीएसटी कलेक्शन है।
📈 वृद्धि दर:
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12.6% की सालाना वृद्धि – 17 महीनों में सबसे तेज।
🗓️ तुलनात्मक आंकड़े:
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मार्च 2025: ₹1.96 लाख करोड़
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अप्रैल 2024: ₹2.10 लाख करोड़
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दिसंबर 2024: ₹1.77 लाख करोड़ (7.3% वृद्धि)
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नवंबर 2024: 8.5% वृद्धि (त्योहारों के कारण)
राजस्व स्रोतों की स्थिति:
स्रोत | वृद्धि दर | संग्रह राशि |
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घरेलू लेनदेन (ट्रांजैक्शन) | 🔼 10.7% | ₹1.9 लाख करोड़ |
आयातित वस्तुएं | 🔼 20.8% | ₹46,913 करोड़ |
रिफंड राशि | 🔼 48.3% | ₹27,341 करोड़ |
नेट जीएसटी | 🔼 9.1% | ₹2.09 लाख करोड़ से अधिक |
नवीनतम नीतिगत पहल: जीएसटी अपीलीय न्यायाधिकरण
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नियम अधिसूचित: माल एवं सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (प्रक्रिया) नियम
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मुख्य प्रावधान:
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ई-फाइलिंग अनिवार्य
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हाइब्रिड (ऑनलाइन+फिजिकल) सुनवाई
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अत्यावश्यक आवेदन अगर दोपहर 12 बजे तक दायर, तो अगले दिन सूचीबद्ध
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12–3 बजे के बीच भी कुछ अपवाद में अगली सुनवाई संभव, लेकिन अध्यक्ष की अनुमति आवश्यक
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बजट अनुमान 2025:
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सरकार ने 11.78 लाख करोड़ रुपये जीएसटी संग्रह का लक्ष्य रखा है।
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इसमें CGST, SGST, IGST और मुआवजा उपकर शामिल हैं।
यह सकारात्मक संकेत है कि राजस्व संग्रह लगातार मजबूत हो रहा है, जिससे सरकार की सामाजिक योजनाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को बल मिलेगा।