उत्तर प्रदेश के इटावा में एक हिन्दू छात्रा ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा रिजवान नाम के युवक की प्रताड़ना से परेशान हो गई थी। छात्रा के पुलिस के पास शिकायत करने के बाद रिजवान ने उसे घर जाकर धमकाया भी। इससे तंग आकर पीड़िता ने अपनी जान ले ली। पुलिस ने अब इस विषय में FIR दर्ज कर रिजवान और उसके भाई को गिरफ्तार किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना इटावा के ऊसराहार थाना क्षेत्र के एक गाँव की है। यहाँ एक 19 वर्षीय छात्रा में बीएससी सेकेंड इयर में पढ़ती थी। उसके पिता और भाई दिल्ली में नौकरी करते हैं। घर पर माँ और बेटी ही रहती थीं। 25 अप्रैल 2025 को छात्रा के भाई और पिता गाँव पहुँचे।
तब पीड़िता ने खुद पर बीती परेशानी की जानकारी दी। छात्रा के भाई ने बताया कि 24 अप्रैल 2025 को रिजवान ने बहन को धमकी दी थी कि तुम्हारे पूरे परिवार को मार देंगे। बहन ने पिता को सूचना दी, जिसके बाद रिजवान के परिजनों से शिकायत की। लेकिन उसके परिवार वाले पिता को ही धमकाने लगे।
26 अप्रैल 2025 को छात्रा के पिता ने थाने में रिजवान और उसके दो साथियों के खिलाफ तहरीर दी। पिता ने तहरीर में बताया, “रिजवान आए दिन मेरी बेटी के मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजता है। जबरदस्ती मिलने के लिए बुलाता है। इनकार करने पर भाई को मारने की धमकी भी देता है। बेटी साइकिल से कॉलेज जाती है तो रास्ते में रोककर उसके साथ छेड़खानी करता है।”
छात्रा के भाई ने कहा कि पुलिस से शिकायत के बाद रिजवान बहन को धमकाने के लिए घर तक पहुँच गया। जिससे परेशान होकर बहन ने 26 अप्रैल 2025 की रात को जहर खाकर जान दे दी। छात्रा की मौत के बाद गाँव में तनाव का माहौल है। इसके बाद पुलिस ने FIR दर्ज की और रिजवान तथा उसके भाई सलमान को गिरफ्तार कर लिया।
शनिवार (03 अप्रैल 2025)को शव गाँव पहुँचते ही ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरु किया। ग्रामीणों ने घटना के बाद थानाध्यक्ष मंसूर अहमद के खिलाफ कार्रवाई प्रदर्शन किया है और कार्रवाई की माँग की है। हिंदू संगठन भी मामले को लेकर आक्रोश में हैं।
पीड़िता का अंतिम संस्कार करवाया गया है। वहीं लापरवाही बरतने के चलते मंसूर अहमद को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इलाके में तनाव के चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।