राष्ट्रीय स्तर की नीट यूजी परीक्षा 2025 और पैरा मेडिकल परीक्षा (PPNET) 2025 में फर्जीवाड़े के प्रयास को जयपुर पुलिस ने विफल कर दिया है. जयपुर पश्चिम जिले की पुलिस ने परीक्षा में दूसरे अभ्यर्थियों की जगह सॉल्वर बैठाने और फर्जी दस्तावेज़ों के जरिए चयन का खेल खेलने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस कार्रवाई में पुलिस ने 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से तीन ब्लूटूथ डिवाइस, परीक्षा से जुड़े फर्जी दस्तावेज़, 50 हजार रुपये नकद और एक स्कॉर्पियो गाड़ी जब्त की है.
इस घटनाक्रम का संक्षिप्त और सटीक विश्लेषण:
🔍 घटना का सार:
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परीक्षाएं लक्षित:
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NEET-UG 2025 (राष्ट्रीय स्तर की चिकित्सा प्रवेश परीक्षा)
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PPNET 2025 (पैरा मेडिकल प्रवेश परीक्षा)
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स्थान: जयपुर और नई दिल्ली के परीक्षा केंद्र
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मुख्य आरोप:
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सॉल्वर गैंग द्वारा असली उम्मीदवारों की जगह दूसरे लोगों को बैठाना
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ब्लूटूथ डिवाइस और फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग
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गिरफ्तारी: कुल 5 आरोपी पकड़े गए
पुलिस की कार्रवाई और जब्ती:
जब्त वस्तु | विवरण |
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🔌 ब्लूटूथ डिवाइस | 3 (संभावित रूप से कान में छिपाकर चीटिंग के लिए) |
📄 फर्जी दस्तावेज़ | परीक्षा से संबंधित ID, प्रवेश पत्र आदि |
💰 नकद राशि | ₹50,000 (सॉल्वर फीस या रिश्वत के तौर पर) |
🚙 वाहन | स्कॉर्पियो (फर्जी नंबर प्लेट के साथ), नंबर: 402 |
मुख्य आरोपी और उनके राज्य:
नाम | राज्य | भूमिका |
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मैनकुमार बराला | भिवानी, हरियाणा | मुख्य संचालक |
साहिल लाल चौधरी | लालसर, राजस्थान | सॉल्वर |
मोहनलाल जाट | पीलीबंगा, राजस्थान | स्थानीय समन्वयक |
ललनदेव यादव | बिहार | दस्तावेज़ निर्माता/संपर्क सूत्र |
लगाई गई धाराएं (IPC के तहत):
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धोखाधड़ी (Fraud) – धारा 420
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फर्जी दस्तावेज बनाना (Forgery) – धारा 468, 471
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परीक्षा में धोखा देना (Cheating in Exams) – धारा 417, 419
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साइबर अपराध (Cyber Offenses) – IT Act के प्रावधान
इस घटना के बड़े प्रभाव:
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नीट और PPNET जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाओं की विश्वसनीयता पर खतरा
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ईमानदार और मेहनती छात्रों के हक का हनन होता
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सुरक्षा और निगरानी प्रणाली में और कड़ाई की जरूरत उजागर हुई
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सॉल्वर गैंग अब तकनीकी उपकरणों से लैस होकर साइबर स्तर पर भी सक्रिय हो गए हैं
आगे की संभावित कार्रवाइयाँ:
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NTA और राज्य चिकित्सा बोर्ड सुरक्षा मानकों की पुनः समीक्षा करें
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बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य किया जाए
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ब्लूटूथ जैमर और AI-सहायता प्राप्त निगरानी प्रणाली परीक्षा केंद्रों पर लगे
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सॉल्वर गैंग से जुड़े नेटवर्क की जाँच अन्य राज्यों में भी हो