भारत की सर्जिकल स्ट्राइक (ऑपरेशन सिंदूर) के बाद राजनयिक मोर्चे पर भी भारत ने बड़ी रणनीतिक बढ़त बनाई है। आइए इस घटनाक्रम को तीन हिस्सों में विस्तार से समझें:
1. सऊदी अरब के मंत्री का दौरा: पाकिस्तान को संदेश
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सऊदी अरब के विदेश राज्य मंत्री अदेल अलजुबेर का भारत दौरा ऐसे समय पर हुआ है जब भारत-पाक सीमा पर तनाव चरम पर है।
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जयशंकर से मुलाकात के बाद उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृष्टिकोण का समर्थन किया।
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सऊदी अरब, जो पाकिस्तान का पारंपरिक सहयोगी रहा है, अगर इस समय भारत के साथ संवाद कर रहा है, तो यह इस्लामाबाद के लिए एक कड़ा संकेत है कि दुनिया आतंकवाद को लेकर अब तटस्थ नहीं रहना चाहती।
🔑 महत्वपूर्ण संकेत:
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भारत को इस्लामी देशों से भी अब आतंकवाद के मुद्दे पर समर्थन मिलने लगा है।
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यह दौरा भले पहले से तय था, लेकिन इस वक्त इसका सांकेतिक महत्व बहुत बड़ा है।
A good meeting with @AdelAljubeir, Minister of State for Foreign Affairs of Saudi Arabia this morning.
Shared India’s perspectives on firmly countering terrorism.
🇮🇳 🇸🇦 pic.twitter.com/GGTfItZ3If
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 8, 2025
2. पाकिस्तान की बौखलाहट: सीमा पर गोलाबारी और धमकियां
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भारतीय मिसाइल हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए, जिनमें मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य भी शामिल हैं।
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मसूद अजहर ने भावनात्मक बयान देकर अपने नुकसान की पुष्टि कर दी, और साथ ही भारत को धमकी भी दी, जो उसकी हताशा को दर्शाता है।
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जवाब में पाकिस्तानी सेना सीमा पर फायरिंग और शेलिंग कर रही है, जिसमें निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है — यह अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है।
3. भारत-इज़राइल एकजुटता: आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन
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इज़राइल ने खुलकर भारत की कार्रवाई का समर्थन किया है:
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“भारत को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है”
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“आतंकवादियों को अब कहीं छिपने की जगह नहीं मिलेगी”
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भारतीय दूतावास (इज़राइल) ने एक बेहद स्पष्ट पोस्ट साझा कर बताया कि:
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पिछले 10 वर्षों में 350+ नागरिक और 600+ जवान आतंकवाद के कारण मारे गए
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भारत अब शून्य सहिष्णुता नीति पर चल रहा है
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कूटनीतिक निष्कर्ष: भारत का नया रणनीतिक त्रिकोण
भारत ने इस एक सप्ताह में निम्नलिखित अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल किया है:
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✅ मित्र देशों (जैसे अमेरिका, फ्रांस, जापान) से नैतिक समर्थन
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✅ इज़राइल जैसे राष्ट्रों से खुला सैन्य-राजनैतिक समर्थन
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✅ मुस्लिम राष्ट्रों (सऊदी, UAE) से चुपचाप रणनीतिक संतुलन
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✅ चीन जैसे परंपरागत संतुलक भी पाकिस्तान को संयम की सलाह दे रहे हैं
अगला कदम क्या हो सकता है?
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यदि पाकिस्तान उकसावे की कार्रवाई करता है, तो भारत पूरी तरह तैयार है।
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भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं, पूर्व-प्रतिक्रिया (pre-emptive action) के सिद्धांत पर चल रहा है।
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आने वाले दिनों में UNSC या OIC जैसी संस्थाओं में भारत की सक्रियता बढ़ सकती है, जिससे पाकिस्तान का आतंक का नैरेटिव और कमजोर होगा।