‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना की कार्रवाई और उसके जवाब में पाकिस्तान की बौखलाहट ने साफ कर दिया है कि भारत ने अब आतंकी हमलों पर जवाबी कार्रवाई की रणनीति में निर्णायक और आक्रामक रुख अपनाया है। यह घटनाक्रम दक्षिण एशिया की सुरक्षा स्थिति में एक अहम मोड़ को दर्शाता है।
अब तक के घटनाक्रम की प्रमुख झलकियाँ:
1. ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत और भारत की सैन्य कार्रवाई
- 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला।
- 7 मई को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया।
- 9 आतंकी ठिकानों को POK और पाकिस्तान में तबाह किया गया।
- लाहौर एयरबेस और PM शहबाज शरीफ के घर को भी ड्रोन हमलों में टारगेट किया गया (शरीफ उस समय इस्लामाबाद में थे)।
2. पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
- 9 मई की रात पाकिस्तान ने 26 भारतीय शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए (राजस्थान, गुजरात, पंजाब, जम्मू-कश्मीर मुख्य निशाने पर)।
- भारतीय सेना ने ड्रोन मार गिराए और पाकिस्तानी लॉन्च पैड्स नष्ट किए।
3. भारत की जवाबी कार्रवाई
- नूर खान एयरबेस (इस्लामाबाद), मुरीदके और शोरकोट में पाकिस्तानी वायुसेना के ठिकानों पर भारतीय हमले।
- डिफेंस सोर्सेज ने हमलों का वीडियो भी जारी किया है।
4. पाकिस्तान की अंदरूनी स्थिति
- पेट्रोल स्टेशनों को बंद किया गया (इस्लामाबाद में 48 घंटे के लिए)।
- सभी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें बंद (10 मई को सुबह 3:15 से दोपहर 12:00 तक)।
- परमाणु हथियार कमांड की आपात बैठक बुलाई गई — यह पाकिस्तान की घबराहट और भीतरूनी दबाव को दर्शाता है।
भविष्य के संकेत और रणनीतिक संदेश
#WATCH | Pakistani Posts and Terrorist Launch Pads from where Tube Launched Drones were also being launched, have been destroyed by the Indian Army positioned near Jammu: Defence Sources
(Source – Defence Sources) pic.twitter.com/7j9YVgmxWw
— ANI (@ANI) May 10, 2025
भारत का संदेश:
- आतंक के खिलाफ अब सिर्फ डिफेंस नहीं, बल्कि डिटेरेंस (निवारक हमले) की नीति।
- सीमित युद्ध की स्थिति में भी भारत की नई सैन्य तकनीक (ड्रोन, सर्जिकल टारगेटिंग, लॉन्ग-रेंज स्टैंडऑफ वेपन्स) का प्रयोग साफ दिखता है।
- इससे भारत की रणनीतिक प्रतिष्ठा और सैन्य मनोबल दोनों को बढ़ावा मिला है।
पाकिस्तान की स्थिति:
- बाहरी सैन्य दबाव और आंतरिक राजनीतिक संकट का दोहरा असर।
- पेट्रोल स्टेशन बंद करना और फ्लाइट ऑपरेशन रोकना, एक तरह की इमरजेंसी तैयारी का संकेत।
- परमाणु बैठक बुलाना रणनीतिक संतुलन बिगाड़ने की कोशिश भी हो सकती है — पर इसका राजनीतिक और कूटनीतिक प्रभाव उलटा भी पड़ सकता है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की नई प्रो-एक्टिव डिफेंस डाक्ट्रिन का संकेत है, जिसमें सिर्फ आतंकी हमलों का जवाब ही नहीं दिया जा रहा, बल्कि उनकी जड़ों पर प्रहार किया जा रहा है। पाकिस्तान की बौखलाहट यह दिखा रही है कि उसकी आंतरिक स्थिरता और रणनीतिक संतुलन पर यह अभियान भारी पड़ रहा है।