मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा बालाघाट में दिया गया यह संदेश राज्य की आंतरिक सुरक्षा नीति में निर्णायक बदलाव का संकेत है। यह कदम न केवल मध्य प्रदेश में नक्सल प्रभावित इलाकों में कानून-व्यवस्था की स्थिति मजबूत करने की मंशा को दर्शाता है, बल्कि एक मनोवैज्ञानिक संदेश भी है—नक्सलियों के लिए कि अब “या तो आत्मसमर्पण करें या समाप्त कर दिए जाएंगे”।
कर्तव्यनिष्ठ सेवा का सम्मान, समर्पण को प्रणाम…
बालाघाट के लांजी क्षेत्र में आयोजित पुलिस जवानों के क्रम-से-पूर्व पदोन्नति अलंकरण समारोह में वीर जवानों को सम्मानित कर बधाई दी। समारोह में 169 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया।
"आधुनिकता के साथ… pic.twitter.com/LMSoPUryvy
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) May 12, 2025
मुख्य बिंदु:
नक्सल रोधी अभियान और सम्मान:
- 7 हार्डकोर नक्सलियों को ढेर करने वाले जवानों को:
- समय से पूर्व पदोन्नति (Total: 64 जवान)
- सम्मान पदक
- यह सम्मान सीधे मुख्यमंत्री द्वारा लांजी (बालाघाट) में दिया गया — संवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ही, ताकि इसका सीधा प्रभाव नक्सल नेटवर्क पर पड़े।
सीएम का स्पष्ट संदेश:
- “लाल सलाम कहने वालों को माफ नहीं किया जाएगा।”
- “बेकसूरों के खून-खराबे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
- 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प — एक ठोस डेडलाइन।
लोगों का खून बहाने वाले लाल सलाम वालों को जीने का हक नहीं।
सरेंडर करो या मार दिए जाओगे… pic.twitter.com/eosxUOTBPN
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) May 12, 2025
रणनीतिक महत्व:
- बालाघाट और मंडला जैसे जिले लंबे समय से नक्सल गतिविधियों के लिए संवेदनशील रहे हैं।
- जवानों को समय पूर्व पदोन्नति से मनोबल में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, और यह नीति अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकती है।
- यह कदम चौतरफा विकास और सुरक्षा दोनों को समान रूप से महत्व देने की नीति को दर्शाता है — जहाँ विकास कार्यों का उद्घाटन और नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई दोनों एक साथ हो रहे हैं।
सिंहस्थ कुंभ और धार्मिक पर्यटन का दृष्टिकोण:
- सीएम मोहन यादव ने सिंहस्थ 2028 को वैश्विक धार्मिक आयोजन के रूप में प्रस्तुत किया।
- मालवा क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन के लिए:
- आधारभूत ढांचे का निर्माण
- समयबद्ध योजना का निर्देश
- पर्यटन को राज्य की अर्थव्यवस्था का आधार बनाने की सोच
दुनिया की सारी परेशानियों से हम सभी को सुरक्षित रखने के लिए हमारे वीर जवान सीना तानकर अपने प्राण की बाजी लगा देते हैं।
हमारे जवानों को Salute करता हूं… pic.twitter.com/A36FDPnFZj
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) May 12, 2025
यह पूरा कार्यक्रम “विकास + सुरक्षा” के मॉडल का आदर्श उदाहरण है। एक ओर सरकार धार्मिक-सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने के लिए सिंहस्थ को सशक्त बना रही है, वहीं दूसरी ओर राज्य से नक्सलवाद के पूर्ण खात्मे के लिए निर्णायक मोर्चा खोल चुकी है।