जेवर (उत्तर प्रदेश) को मिला छठा सेमीकंडक्टर प्लांट
- केंद्र सरकार की मंजूरी: मोदी सरकार ने जेवर में ₹3,706 करोड़ की लागत से देश के छठे सेमीकंडक्टर प्लांट को मंजूरी दी है।
- संयुक्त उपक्रम: यह प्लांट HCL और Foxconn का जॉइंट वेंचर होगा।
- उत्पादन क्षमता:
- प्रति माह 36 मिलियन डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का निर्माण (मोबाइल, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल आदि के लिए)।
- प्रति माह 20,000 वेफर्स (Silicon wafers) की क्षमता।
- रोजगार सृजन: इस परियोजना से लगभग 2,000 नई नौकरियों के अवसर मिलेंगे।
- शुरुआत का लक्ष्य: संयंत्र वर्ष 2027 तक चालू हो जाएगा।
#WATCH | Union Minister Ashwini Vaishnaw says, "Union Cabinet has approved India's 6th semiconductor unit in Jewar, Uttar Pradesh. Under India Semiconductor Mission, 5 semiconductor units have been approved so far and rapid construction is going on there. Production at one unit… pic.twitter.com/YFwdkAReFt
— ANI (@ANI) May 14, 2025
जेवर – अब डबल इंजन विकास का केंद्र
- पहला बड़ा प्रोजेक्ट: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट – जो इसी वर्ष चालू होने की संभावना है।
- दूसरा बड़ा प्रोजेक्ट: HCL-Foxconn का सेमीकंडक्टर प्लांट – भारत के सेमीकंडक्टर आत्मनिर्भरता अभियान का हिस्सा।
भारत सेमीकंडक्टर मिशन (India Semiconductor Mission – ISM)
- अब तक 5 सेमीकंडक्टर यूनिट्स को मंजूरी दी जा चुकी है, जिनमें से एक में इसी वर्ष उत्पादन शुरू होने जा रहा है।
- जेवर की इकाई, अब इस सूची में छठी और सुपर-एडवांस्ड यूनिट के रूप में शामिल हो गई है।
फॉक्सकॉन का महत्व
- दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी।
- एप्पल के iPhone का निर्माण भी करती है।
- मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, यह प्लांट भारत की 40% घरेलू मांग को पूरा कर सकेगा और एक्सपोर्ट के लिए भी सहायक होगा।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और कदम
- सेमीकंडक्टर किसी भी आधुनिक डिवाइस का “मस्तिष्क” हैं।
- भारत में इसका उत्पादन होने से इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री को जबरदस्त गति मिलेगी और आयात पर निर्भरता कम होगी।