पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और अधिक आक्रामक और संगठित बना लिया है। इसके तहत भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान और पीओके में नौ बड़े आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई न केवल आतंक के खिलाफ सशक्त संदेश है, बल्कि देश की सैन्य और राजनीतिक इच्छाशक्ति का भी परिचायक है।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah today inaugurated the new Multi-Agency Centre (MAC) at North Block in New Delhi.
On this occasion, the Home Minister said that Operation Sindoor is a unique symbol of Prime Minister Modi's strong political will, the accurate intelligence of… pic.twitter.com/4XPAtcatxc
— ANI (@ANI) May 16, 2025
मल्टी एजेंसी सेंटर (MAC) का उद्घाटन: आतंकवाद के खिलाफ एक और बड़ा कदम
16 मई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में अत्याधुनिक मल्टी एजेंसी सेंटर (MAC) का उद्घाटन किया।
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यह केंद्र इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के तहत कार्य करता है।
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इसका उद्देश्य है देशभर की खुफिया एजेंसियों के बीच सूचना साझा करने के लिए एक मजबूत नेटवर्क तैयार करना।
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अमित शाह ने इस अवसर पर कहा:
“ऑपरेशन सिंदूर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निर्णायक नेतृत्व क्षमता, खुफिया एजेंसियों की दक्षता और भारतीय सेना की अचूक जवाबदेही का प्रतीक है।”
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के ठिकानों पर विनाशकारी प्रहार
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भारत ने सीमापार जाकर 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया और उन्हें ध्वस्त किया।
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पाकिस्तान की सेना ने जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन भारतीय रक्षा प्रणाली ने उन्हें विफल कर दिया।
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जवाबी हमलों में पाकिस्तान के कई एयरबेस तबाह हो गए, जिसके बाद पाकिस्तान ने सीजफायर की मांग की।
भारतीय सेना के पराक्रम का जश्न: बीजेपी की तिरंगा यात्रा
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भारतीय जनता पार्टी ने तीनों सेनाओं की बहादुरी और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष्य में देशभर में ‘तिरंगा यात्रा’ निकालने का निर्णय लिया है।
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यह यात्राएं हर शहर और प्रमुख स्थानों पर आयोजित की जा रही हैं, जिसमें जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है।
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यात्रा का उद्देश्य है:
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सेनाओं को सम्मान देना
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राष्ट्रवाद की भावना को मजबूत करना
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आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाना
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भारत की रणनीति: अब आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अब सिर्फ आत्मरक्षा नहीं, बल्कि आक्रामक रक्षा नीति अपनाएगा।
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खुफिया ढांचे का विस्तार,
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सीमा पर सख्त निगरानी,
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डिजिटल निगरानी तंत्र की मजबूती,
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और राष्ट्रीय स्तर पर जनता की जागरूकता—इन सभी के समन्वय से भारत आंतरिक और बाहरी सुरक्षा दोनों मोर्चों पर तैयार है।
भारत का जवाब अब केवल कूटनीतिक या सैन्य नहीं, एक समग्र राष्ट्रीय नीति बन चुका है—जिसमें सेना, खुफिया तंत्र, और जनता तीनों की भागीदारी है। ऑपरेशन सिंदूर, मल्टी एजेंसी सेंटर का उद्घाटन, और तिरंगा यात्रा एक साथ यह दर्शाते हैं कि भारत अब आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में निर्णायक कदम उठा चुका है।