प्रमुख बिंदु:
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स्थान: पंजाब के गुरदासपुर, बटाला, अमृतसर, कपूरथला
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संगठन: बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI)
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कार्रवाई एजेंसी: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)
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उद्देश्य: आंतरिक आतंकियों के नेटवर्क को ध्वस्त करना
कार्रवाई की पृष्ठभूमि
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दिसंबर 2024 में गुरदासपुर पुलिस स्टेशन पर हुए ग्रेनेड हमले की जांच के तहत यह रेड की गई।
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यह हमला BKI के आतंकियों द्वारा प्रायोजित माना जा रहा है।
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इस कार्रवाई में:
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15 संदिग्ध ठिकानों पर एक साथ छापेमारी
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मोबाइल, डिजिटल डिवाइसेज, और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद
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BKI के सक्रिय नेटवर्क का पता लगाने के लिए साक्ष्य जुटाए गए
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लक्ष्य पर एजेंसियों की पकड़
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मुख्य आरोपी:
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हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा (BKI चीफ)
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हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासियां (BKI का अमेरिका स्थित हैंडलर)
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शमशेर सिंह शेरा उर्फ हनी (स्थानीय संपर्ककर्ता)
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हरप्रीत पासियां की गिरफ्तारी अमेरिका के सैक्रामेंटो में FBI द्वारा की गई थी।
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FBI और NIA के बीच समन्वय से मिले इनपुट्स के आधार पर यह रेड की गई है।
रणनीतिक संकेत और महत्व
पहलू | व्याख्या |
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अंतरराष्ट्रीय सहयोग | FBI और NIA के बीच निरंतर संपर्क यह दर्शाता है कि भारत अब आतंकी नेटवर्क को वैश्विक स्तर पर ध्वस्त करने की रणनीति पर काम कर रहा है। |
आंतरिक सुरक्षा पर केंद्र का फोकस | पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर प्रहार के बाद अब घरेलू आतंकवादी सेल्स को खत्म करने की मुहिम तेज हुई है। |
BKI नेटवर्क पर सीधा हमला | यह अभियान खालिस्तानी समर्थक नेटवर्कों पर केंद्र की कठोर नीति को दर्शाता है। |
क्या आगे हो सकता है?
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अन्य राज्यों में फैले BKI नेटवर्क पर कार्रवाई
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FATF और वैश्विक मंचों पर BKI को लेकर भारत का दबाव बढ़ना
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साइबर और फंडिंग चैनल्स की जांच में विस्तार
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रिंदा और शेरा जैसे फरार आतंकियों पर इंटरपोल नोटिस और विदेशों में प्रत्यर्पण की कोशिश
पंजाब में की गई यह समन्वित कार्रवाई एक स्पष्ट संदेश है कि भारत अब “सुनियोजित, अचूक और वैश्विक दृष्टिकोण” से आतंकवाद के नेटवर्क पर चोट कर रहा है।
बब्बर खालसा जैसे संगठनों के पुनरुत्थान की कोशिशों को नाकाम करना देश की एकता, सुरक्षा और संप्रभुता के लिए अनिवार्य है।