भारत के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवादियों पर करारा प्रहार किया है। इस ऑपरेशन के तहत सौ से अधिक आतंकियों को ढेर किया गया। अब पाकिस्तान में छिपे आतंकियों की भी उलटी गिनती शुरू हो गई है। इसका ताज़ा उदाहरण रविवार को पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बदीन जिले में सामने आया, जहाँ लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर सैफुल्लाह खालिद मारा गया।
छिपे थे सैफुल्लाह, लेकिन भारतीय ऑपरेशन से बच नहीं सके
पता चला है कि लश्कर चीफ हाफ़िज़ सईद ने सैफुल्लाह को एयर स्ट्राइक के बाद से अंडरग्राउंड हो जाने का निर्देश दिया था। सैफुल्लाह भारत में एक और बड़ा हमला करने की साजिश रच रहा था। लेकिन रविवार को बदीन के मतली फलकारा चौक पर अज्ञात हमलावरों ने उसे गोलियों से भून डाला।
जनाजे में लहराया पाकिस्तान का झंडा, शामिल हुए लश्कर के कई आतंकी
यह विडंबना ही है कि जब तक सैफुल्लाह ज़िंदा था, पाकिस्तान उसकी मौजूदगी से इनकार करता रहा, लेकिन मरने के बाद उसके जनाज़े पर पाकिस्तानी राष्ट्रीय झंडा लिपटाया गया। उसकी अंतिम नमाज़ में सैकड़ों लोग शामिल हुए और लश्कर का एक अन्य टॉप कमांडर फैसल नदीम भी मौजूद रहा।
भारत की ओर से संदेश साफ – आतंकी सुरक्षित नहीं
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह ऑपरेशन और इसके नतीजे उन सभी आतंकियों के लिए चेतावनी है जो भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। अब कोई भी आतंकी पाकिस्तान के किसी भी कोने में छिपा नहीं रह सकता।