लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी’कुन्हा द्वारा दिए गए इस बयान ने भारत की सैन्य क्षमताओं और उसकी रणनीतिक तैयारी की एक बेहद स्पष्ट और प्रभावशाली तस्वीर पेश की है। उनके बयान के कुछ प्रमुख बिंदुओं और उसके निहितार्थों को इस तरह से समझा जा सकता है:
1. “पूरा पाकिस्तान हमारी रेंज में है” – भारत का संदेश साफ़ है
लेफ्टिनेंट जनरल डी’कुन्हा का यह बयान सीधे तौर पर पाकिस्तान को एक सख्त चेतावनी है। इसका सीधा अर्थ है कि चाहे पाकिस्तान अपनी सैन्य तैनाती को देश के किसी भी कोने में क्यों न ले जाए, भारत के पास उसे वहां तक पहुंचकर जवाब देने की पूरी क्षमता है।
2. ऑपरेशन सिंदूर – आधुनिक भारत की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन
इस ऑपरेशन में जिन तकनीकों का इस्तेमाल हुआ, वे भविष्य के युद्धों की झलक देती हैं:
- लॉइटरिंग म्यूनिशन्स: यह हथियार हवा में मंडराते हुए लक्ष्य की पहचान कर स्वयं उसे नष्ट कर सकते हैं।
- लंबी दूरी के ड्रोन और गाइडेड म्यूनिशन्स: इनका प्रयोग उच्च मूल्य के लक्ष्यों को बेहद सटीकता से नष्ट करने के लिए किया गया।
- स्वदेशी तकनीक: आत्मनिर्भर भारत की रक्षा नीति को भी यह दर्शाता है।
3. सामरिक सोच और एकीकृत कमांड
भारत की तीनों सेनाओं — थल, वायु और नौसेना — के बीच तालमेल और समन्वय का उदाहरण ऑपरेशन सिंदूर बना। इससे यह भी जाहिर होता है कि भारत अब युद्ध की पारंपरिक शैली से आगे बढ़कर नेटवर्क-सेंट्रिक और तकनीक-संचालित रणनीतियों पर कार्य कर रहा है।
#WATCH | Delhi: On how Pakistan used civilian planes as a shield, DG Army Air Defence Lt Gen Sumer Ivan D’Cunha says, "…Our nation doesn't harm civilians in any form. They knew we wouldn't try to shoot down their aircraft. The first thing that you do in conflict is to make sure… pic.twitter.com/9UGQZfkRso
— ANI (@ANI) May 19, 2025
4. भारत की सैन्य नीति – रक्षात्मक लेकिन निर्णायक
लेफ्टिनेंट जनरल डी’कुन्हा ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत का पहला उद्देश्य अपनी संप्रभुता की रक्षा है, लेकिन अगर हमला होता है तो उसका जवाब इतना करारा होगा कि दुश्मन पछताएगा।
5. अंतरराष्ट्रीय संदेश
यह बयान केवल पाकिस्तान को नहीं, बल्कि दुनिया को यह बताने के लिए भी है कि:
- भारत की सैन्य तैयारियां आधुनिक युद्ध की मांगों के अनुसार हैं।
- भारत तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर और अग्रणी बन रहा है।
- भारत केवल रक्षात्मक नहीं, बल्कि प्रोएक्टिव और सर्जिकल रणनीति भी अपनाने में सक्षम है।
निष्कर्ष:
लेफ्टिनेंट जनरल डी’कुन्हा का बयान भारत की आत्मविश्वास से भरी सैन्य नीति को दर्शाता है। यह एक सशक्त संदेश है कि भारत अब सिर्फ जवाब देने वाला देश नहीं रहा, बल्कि पहले से ही हर संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार है — वो भी अपने ही बनाए हथियारों और तकनीक के दम पर।