सनातन परंपराओं का पालन करते हुए आज सोमवती अमावस्या के दिन लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में डुबकी लगाई और सूर्यदेव को जल अर्पित किया। हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है। सोमवती अमावस्या के दिन स्नान, दान, पितरों के लिए पूजा और श्राद्ध तर्पण तथा पीपल वृक्ष की पूजा विशेष रूप से की जाती है। शास्त्रों के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन जप, स्नान, दान और पूजा का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
इस दौरान सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे हैं। इसके चलते हर की पौड़ी और अन्य पवित्र घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं, इस भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। इस दौरान प्रशासन द्वारा भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के व्यापक उपाय किए गए हैं ताकि स्नान के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। सोमवती अमावस्या पर स्नान करने आए श्रद्धालुओं का कहना है कि गंगा स्नान और पूजा पाठ करके उन्हें काफी अच्छा लग रहा है। इस अवसर पर पहुंचे सभी श्रद्धालु मां गंगा से देश में सुख, शांति और समृद्धि की प्रार्थना कर रहे हैं।
हालत ये हैं कि हरकी पैड़ी के ब्रह्म कुंड से लेकर गंगा के विभिन्न घाटों पर भारी भीड़ ने आस्था की डुबकी लगाई। वहीं, बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने से यहां वाहनों का भी भारी दबाव हो गया है। हाईवे पर सुबह से ही जाम की स्थिति बनी हुई है। गंगा सभा और पुलिस प्रशासन ने अमावस के स्नान को देखते हुए विशेष व्यवस्थाएं की हुई थी। चार धाम यात्रा की वजह से भी पावन स्नान करने वाले श्रद्धालुओं संख्या अधिक रही।