यूक्रेन के ड्रोन हमलों का बदला कब लेगा रूस? पुतिन-ट्रंप बातचीत के बाद बढ़ा तनाव
रविवार को यूक्रेन द्वारा रूस के एयरबेस और अन्य ठिकानों पर किए गए बड़े पैमाने के ड्रोन हमलों के बाद से अब सबकी निगाहें रूस की प्रतिक्रिया पर टिकी हुई हैं। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि रूस 24 घंटे के भीतर जवाबी हमला करेगा, लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी कोई बड़ा रूसी हमला नहीं हुआ है। इस बीच एक अहम घटनाक्रम में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक घंटे से अधिक लंबी बातचीत हुई, जिसके बाद ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर एक लंबा पोस्ट किया। इस पोस्ट में ट्रंप ने बताया कि दोनों के बीच अच्छी बातचीत हुई, लेकिन उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि पुतिन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि रूस ड्रोन हमलों का बदला जरूर लेगा।
ट्रंप ने यह भी बताया कि इस बातचीत में रूसी एयरबेस पर खड़े विमानों पर यूक्रेन के हमले के अलावा, दोनों ओर से हो रहे अन्य हमलों पर भी चर्चा हुई। इस बातचीत ने यह संकेत जरूर दे दिया है कि पुतिन शांत नहीं बैठने वाले हैं और बदला लेने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
हालांकि, रूस ने इस बीच यूक्रेन के सूमी प्रांत में हमले तेज कर दिए हैं। मंगलवार को हुए हमले में सूमी शहर में कम से कम तीन नागरिकों की मौत हुई और 16 लोग घायल हो गए। सूमी प्रांत यूक्रेन के लिए रणनीतिक रूप से बेहद अहम है और रूस पहले ही इसके कुछ हिस्सों पर कब्जा जमा चुका है। माना जा रहा है कि लुहांस्क और दोनेस्क की तरह रूस सूमी को भी अपने नियंत्रण में लेना चाहता है और वहां लगातार सैन्य दबाव बना रहा है।
इस दौरान पुतिन ने यूक्रेन के उस प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया है जिसमें दोनों देशों के बीच उच्चतम राजनीतिक स्तर पर वार्ता की बात कही गई थी। पुतिन ने सख्त लहजे में कहा कि कुर्स्क और ब्रायंस्क में पुलों को उड़ाना “आतंकी गतिविधि” है, जिसे यूक्रेनी राजनीतिक नेतृत्व की मंजूरी से अंजाम दिया गया है, इसलिए ऐसे “आतंकवादियों” से कोई बातचीत नहीं हो सकती।
रूस की तरफ से संकेत मिल रहे हैं कि वह यूक्रेन पर एक बड़े हमले की तैयारी में है। यह हमला कब और कैसे होगा, इस पर अटकलें तेज हैं। कुछ विशेषज्ञ आशंका जता रहे हैं कि क्या रूस यूक्रेन से आगे भी हमला करेगा या परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की तरफ कदम बढ़ाएगा। हालांकि फिलहाल परमाणु हथियार का खतरा कम माना जा रहा है, लेकिन इतना जरूर है कि पुतिन ड्रोन हमलों से बेहद नाराज़ हैं और वह इस अपमान का हरसंभव जवाब देना चाहते हैं। आने वाले दिनों में रूस की अगली चाल पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी रहेंगी।